________________
Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra
www.kobatirth.org
Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir
144 ]
भाग (2) जैन सिद्धान्त व प्राचार विभाग--(अ)
3A
___ 4
5
राजकवि
830- | कोलड़ी 843-44 भावनाविलास 3 प्रतियां | Bhavana-Vilasa 32
1344 कुंथुनाथ 43/13 | भावनासंधि
Bhāvana-Sandhi
-
833
जयदेव मुरिण
मू.प.
834
Bhava-Prakarana
विजयविमल (ग्रानंद- मू.अ. (प ग. विमल का शिष्य)
मू.ट. (प.ग.
836
| महावीर 2/54 | भावप्रकरण ओसियां 2/212
,, 2,237 | कोलड़ी 1080 | भावसंग्रह | कुंथुनाथ 45/4 | भ्रमरबत्तीसी
Bhāva-Sangraha
अज्ञात
Bhramara-battisi
| केशवदास मुनि
839
प्रोसियां 3 इ 171 मणिचन्द्र-स्वाध्याय
Maņicandra-Svädhyāya
मणिचंद्र
के.नाथ 15/132| महादण्डक
Mahädandaka
महावीर 2/15 | महादण्डक अल्प बहत्व स्तवन |MahādandakaAlpabahutvia| अभयदेव
Stavana मुनिसुव्रत 2/276 प्रोसियां 2/243 , 2/307 | माईशास्त्र
Mãi Sastra
संकलन के.नाथ 26/103 गु मानपच्चीसी
Māna Paccisi
844
846 | कोलडी 450 मार्गणाद्वार
Märgaņādvāra
ग. तालिका
847
के नाथ 29/46 / मोती-कपासिया संवाद
Moti Kapasiya Samvada | मुनि श्रीसार
सेवामंदिर 2/366| यति-पाराधना
Yati-Aradhana
समयमुंदर
849
महावीर 2/31
850
851
852
853
कंथनाथ 361 यति भावना+सम्यक्त्व प्रष्टक Yati Bhāvana+Samyaktval - 227
Astaka | के नाथ 29/52 | युगल उत्पत्ति विचार स्तवन Yugala Utpatti Vicāra देवेन्द्रसागर
Stavana ... 26/103 गु| योग पाठ दृष्टि सज्झाय | Yoga Atha Drsti Sajjhāya उ यशोविजय | प्रोसियां 2,153 . , | महावीर 2/45 | योगदृष्टि समुच्चय , . | Yoga Dasti Samuccaya हरिभद्र यशोविजय? | मू वृ.(प.ग.)
2/9 | योगशास्त्र+वृत्ति Yoga Sastra+Vrtti हेमचद्राचार्य (स्वोपज्ञ) , 2/116.
855
856
For Private and Personal Use Only