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Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra
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के. नाथ 18/21
महावीर 2/32
कुंथुनाथ 37/2
42/18
कोलड़ी 882
11
2
33
कुंथुनाथ 10 181 प्रत्याख्यान चतुस्सप्ततिका
के. नाय 6/109
प्रवचनसार + वृत्ति
23/50
प्रवचनसार की वृत्ति
9/4
प्रवचन - सारोद्वार
23/44
मुनिसुव्रत 2/250
के नाथ 14 / 136
31
"}
पैंतीस बोल का थोकड़ा
पौषधकुलकादि
पौषध- प्रत्याख्यानफल
प्रतिबोध - गाथा
प्रत्याख्यान - कुलक
कुन्थुनाथ 53/2
श्रीसियां 2/296
के. नाथ 15/18
10/5
+ वृत्ति
13/42 प्रवचन सारोद्वार विषम पदार्थ अवबोध
कोलडी 387
17
"3
महावीर 2/392-3
"
15 / 157 प्रव्रज्या कुलक
""
3
"1
महावीर 2 / 17
के नाथ 6/122
कोलड़ी गु. 10 / 5 | प्रास्ताविक श्लोक संग्रह
कुंथुनाथ 10 / 158
प्रव्रज्याविधान कुलक
27
"1
"
दो प्रतियां
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3 A
Paintisa Bolaka Thokaḍā
Pausadha Kulakādi
Pauṣadha Pratyakhyāna
Phala
Pratibodha Gāthā
Pratyakhyāna Kulaka
Pratyakhyana Catu
Pravacana Sara+Vṛtti
33
Pravacana Saroddhāra
23
भाग ( 2 ) जैन सिद्धान्त व प्राचार विभाग:-- (अ)
33
22
ssaptatikā
99
Pravrajya Kulaka
Visama Padartha Avabodha
Vidbana Kulaka
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,, 2 Copies
देवेन्द्रसूरि
चैनजी (पार्श्व चंद का
शिष्य)
कुन्दकुन्दाचार्य
नेमिचंद्रसूरि
33
11
"
11
11
Prāstāvika Sloka Sangraha संकलन
4
नेमिचंद्र / -
उदयप्रभसूरि
"2
:
गद्य तालिका
मू. ट.
मू. ट. (प.ग.)
मू. ( प )
प.
मूवृ.
ग.
मू. (प.)
मूट (प.ग.)
5
मू. (प.)
मू.वृ. (प.ग )
ग.
मू. ( प. )
प.
प.
प.