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भाग (2) जैन सिद्धान्त व प्राचार विभाग :-(अ)
3A
Navatattva
579
मू. (प.)
580
|जयशेखर
मू.ट. (प.ग.)
| के.नाथ 14/105 | नवतत्व
कुंथुनाथ 15/9 581 | के नाथ 11/16 582 , 11/58 583 मुनिसुव्रत 2/259
सेवामंदिर 2/339 , 585 | प्रोसियां 2/199 ,
मू. (प)
+Vrtti
+
मू.व. (प.ग.)
+
,
+
| रत्नसूरि
586
सेवामंदिर 2/373| नवतत्व
+ Vļtti
कोलड़ी 67 , + वृत्ति | सेवामंदिर 2/423 नवतत्व
588
मू ट. (प.ग.) मू.वृ. (प.ग.) मू ट. (प ग. मू बा. (प.ग मू.ट. (प.ग.)
589 | कोलडी 77
,
+बाला.
,,
+Bals.
590
के नाथ 20/18 | नवतत्व
591
प्रोसियां 2/202 | कोलड़ी 79
592
5 प्रतियां
,,
5 copies
593-7 के.नाथ 6/87,14/ नवतत्व
40,15/34,15/1
235,14/54
598. | प्रोसियां 2/200
196-97
3 प्रतियां
,
3 copies
600
3
.
1,
3 copies
601-3 | कोलड़ी 75,76,
915 महावीर 2/107 605
कुन्थुनाथ 15/19/ , | देवेन्द्र 2/344 नवतत्व
Navatattva
607
,
2/341
मू ट. (प.ग.)
,
3 प्रतियां
,
3 copies
608- कोलडी 821,
10 | 1118,118491 611- | के.नाथ 21/35, I 12
10/891
,
2 प्रतियां
,
2 copies
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