________________
Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra
www.kobatirth.org
Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir
118 ]
भाग (2) जैन सिद्धान्त व आचार विभाग :-(अ)
___ 1
2
3
3A
।
4
5
2 graui Tattvārtha Sūtra 2 copies
garrafa
479- | के.नाथ 13/8, | तत्वार्थत्रसू
21/94
80
"
+वृत्ति
मूव
, ___,
, ,
+Vrtti +vrtti
, सिद्धसेन
, 9/18 ओसियां 2/241 , +,
, 2/416 | तपकूलक ., 2/161 तेरहकाठिया
483
Tapa-kulaka
484
Teraba kāthiya
रामचंद
485 | महावीर 2/383 | तेवीसपदवी-यंत्र
Tevisapadavi Yantra
ग तालिका
486
Varnana
गद्य
Vicāra
488
Sajjhāya
केशव
, 2/384
, -वर्णन | के.नाथ 5/8 , -विचार कुंथुनाथ 10/149 ,, -सज्झाय
, 10/192 दया-स्वाध्याय के नाथ 5/11 दप्पंदलन कुंथुनाथ 29/4 | दर्शनमार्ग+वृत्ति
499
Dayā Svādhyāya
लावण्यसमय
490
|
Darppadalana
सदासायर क्षेमेन्द्र कृति प. कुदकुदचार्य/- मू वृ.
491
Darsana Marga+vrtti
492
के नाथ 11/68दर्श (सम्यक्त्व) शुद्धि
Darśana Suddhi
चन्द्रप्रभ
मू.प.
महावीर 2/26
+वृत्ति
+Vrtti
।
,
मू.व. (प.ग.)
विमलगणि
देवभद्र
+Vrtti
के नाथ 13/14 , +, महावीर 21390
,,+, के.-ाथ 22/46 | दर्शन (सम्यक्त्व) सत्तरी
+Vrtti
496
Darśana Sattari
हरिभद्र
497
,
15/76
कुथुनाथ 9/15 दर्शनसत्तरी+वृत्ति
+Vrtti
|,
संघतिलक । मू वृ. (प.ग.)
499
के.नाथ 8/7
,
+बा.
कुंथुनाथ 2/34
दश-श्रावक व बंध-वर्णन
+Bah. - रत्नचंद्र(शां-| मू.बा. (,)
तिचद तपागच्छ का शिष्य | Dasa Sravaka+Bandha
ग. Varnana Dasa Pantrisa
प्रोसियां 2/413 दस-पांत्रिस
502
महावीर 2/13
दानप्रदीप
Dāpapradipa
चरित्ररत्न (सोमसुन्दर प.
का शिष्य
For Private and Personal Use Only