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जैनोनी मुख्य शातिओ. नीचे जणावेली जैनधर्म पाळनारी ज्ञाति प्रो प्राचीन शिलालेखो ग्रंथो विगेरेमा जोवामां आवे हे---- ओशवाल-वृद्धसजनीय, अथवा वृद्धशाखा-वीसा)
(लघुसजनीय, अथवा लघुशारखा-दसा ) श्रीमाली--( वृद्धसजनीय, अथवा वृद्धशाखा-वीसा)
(लघुसजनीय, अथवा लघुशारखा-दशा) माबाट (बुद्धशाखा---वीसा) (पोरवार) (लघुशाखा ---दशा)
अग्रवाल, अत्ताल, खंडेलवाल, संडिलबाल, जैसवाल, बर्कट, नना, नागर, नारसिंह, नीमा, पल्लीवाल, पापडीवाल, मंत्रिदलिय , महतियाण, राजपुर, बरवाल, हुबड विगेरे.
उपर जणाव्या मुजब नामोवाळ प्रायें करीने ओसवाल ज्ञातिमा मूळ गोत्री प्रसिद्धमा आवेला देखाय छ, ते शिवायना बीजा पण मूळ गोत्री होवानो संभव छ, पायें करी ते मूळगोत्रोमाथी धंधाने अंगे, कोइ गामना अथवा देशना रहेबास ने अंगे, बंशमा श्रयेला कोइ मुरलय पुरूप ने अंगे बगी धनी शाखाओ, तुग्रो, ओडको विगेरे
sangram
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