________________
Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra
www.kobatirth.org
Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir
विलसाना-विलोहित मौज, आनंद करना।
करनेवाला; लसदार; चिपका हुआ, साथ लगा हुआ। विलसाना*-स० क्रि० भोगना; भोगने में प्रवृत्त करना। विलेप्य-वि० [सं०] जिसका लेप या पलस्तर किया जाय विलसित-वि० [सं०] चमकता हुआ; शोभित; व्यक्त (गारा आदि)। विनोदी।
विलेवासी(सिन्)-पु० [सं०] सर्प । विलाप-पु० [सं०] रोना; शोक करना।
| विलेशय-पु० [सं०] पिलमें रहनेवाला जीव, सर्प, चूहा, विलापना*-अ.क्रि.विलाप करना ।
गोह, खरहा आदि । विलापी (पिन् )-वि० [सं०] रोने, विलाप करनेवाला। विलोकन-पु० [सं०] :देखना; विचार करना; तलाश विलायत-स्त्री० [अ०] विदेश; ईरान-अफगानिस्तान | करना; जानकारी हासिल करना; ध्यान देना, अध्ययन । ब्रिटेन यूरोप।
विलोकना*-स० क्रि० देखना । विलायती-वि० विलायतका; ईरानी; यूरोपीयः विदेशी। | विलोकनि*-स्त्री० देखनेकी क्रिया ।
-डाक-स्त्री० यूरोपसे आनेवाली चिट्टियाँ, अखबार आदि। विलोकनीय-वि० [सं०] देखने योग्य; समझने योग्य -बैंगन,-भंटा-पु. एक तरहका सफेद बैंगन; टमाटर । | सुंदर। विलास-पु० [सं०] चमकना; व्यक्त होना; क्रीड़ा; प्रणय-विलोकी (किन्)-वि० [सं०] देखनेवाला; जानकारी क्रीड़ा, हाव-भाव; सजीवता; लंपटता; सौंदर्य; आनंद हासिल करनेवाला । सुखोपभोग किसी चीजका सुंदर :ढंगसे हिलना-डुलना | विलोचन-पु० [सं०] आँख; नजर ।-पथ-पु० दृष्टिपथ । अंगभंगी; एक वृत्त ।-कोदंड,-चाप,-धन्वा (न्वन्)- | विलोचनांबु-पु० [सं०] आँसू । पु० कामदेव ।-गृह,-भवन,-मंदिर-पु० प्रमोदगृह । विलोडक-पु० [सं०] चोर । विलासक-वि० [सं०] इतस्ततः भ्रमण करनेवाला; नृत्य विलोडन-पु० [सं०] मथना हिलाना; इधर-उधर करना। करनेवाला।
विलोड़ना-स० क्रि० मथना क्षुब्ध करना; हिलाना। विलासन-पु० [सं०] क्रीड़ा प्रेमालिंगन विमोहन । विलोडित-वि० [सं०] हिलाया हुआ; क्षुब्ध, मथित । विलासिनी-स्त्री० [सं०] सुंदरी युवती कामुक स्त्री वेश्या।। विलोना-स० क्रि० दे० 'बिलोना'। विलासी (सिन)-वि० [सं०] सुखभोगमें डूबा रहने विलोप-पु० [सं०] अपहरण, लेकर भाग जाना; बाधा वाला, क्रीड़ाशील; कामी; आरामतलब ।
(ओमीशन) किसी वाक्य, रचना आदिसे कुछ अंश निकाल विलिखित-वि० [सं०] खरोंचा हुआ; लिखा हुआ। देनेकी क्रिया: (कैसेलेशन) रद कर देना, काट देना, विलीक*-वि० व्यलीक, अनुचित ।
निकाल देना। विलीन-वि० [सं०] संबद्ध, संलग्न; जड़ा हुआ; छिपा विलोपन-पु० [सं०] भंग करना; नष्ट करना; काटकर या हुआ; लुप्त नष्ट।
तोड़कर अलग करना; लूटना; लुप्त करना; (ओमीशन; विलीयन-पु० [सं०] पिघलना, धुलना ।
कैसेलेशन) दे० 'विलोप' । विलुंठन-पु० [सं०] लूटना; चोरी करना; लोटना । विलोपना*-सक्रि० लोप करना; लेकर भागना; बाधा विलुटित-वि० [सं०] जो लूटा गया हो; लोटा हुआ। डालना। विलुप्त-वि० [सं०] भंग किया हुआ; क्षीण; नष्ट; गायब | विलोपित-वि० [सं०] भंग किया हुआ; नष्ट किया हुआ
अपहृत लूटा हुआ। -वित्त-वि० जिसका धन लूट | लुप्त किया हुआ। लिया गया हो।
विलोपी(पिन्)-पु० [सं०] नाश, विलोप करनेवाला; विलुलित-वि० [सं०] हिलता हुआ, लहराता हुआ | भंग करनेवाला। अस्थिर क्षुब्ध; अस्त-व्यस्त ।
विलोपीकरण-पु० [सं०] ( रिपील) विलुप्त कर देना, विलेख-पु० [सं०] खरोंचना; फाड़ना; आहत करना; रद या अप्रभावी कर देना ।। (डीड) वह लिखित या मुद्रित साधनपत्र जिसमें किसी विलोप्य-वि०[सं०] तोड़ने, भंग करने, नष्ट करने योग्य । समझौते, संविदा, विक्रय आदिका विवरण दिया गया हो विलोभन-पु० [सं०] भ्रममें डालना; बहकाना; प्रलोभन ।
और जिसपर निष्पादकने विधिवत् हस्ताक्षर किये हों विलोम-वि० [सं०] उलटा, विपरीत, क्रम या रीतिविरुद्ध (तथा उसे दूसरे पक्षके पास भेज दिया हो), संलेख। उलटे क्रमसे उत्पन्न; पीछेका । पु० उलटा क्रम; सर्पः कुत्ता; विलेखन-पु० [सं०] खरोंचना; खोदना; उखाड़ना; चिह्न वरुण; पानी निकालनेका एक यंत्र स्वरका अवरोह । बनाना; चीरना; नदीका मार्ग; विभाग करना । वि० विलोमा(मन्)-वि० [सं०] उलटी ओर मुड़ा हुआ खरोंचनेवाला।
केशरहित। विलेप-पु० [सं०] लेप, चुपङमेकी चीज; अंगराग, गारा, | विलोमित-वि० [सं०] उलटा हुआ। पलस्तर; लेपना; गारा लगाना ।
विलोमी-स्त्री० [सं०] आँवला । विलेपन-पु० [सं०] अंगराग लगाना; लगाने, लेप करने- विलोल-वि० [सं०] चंचल, अस्थिर; क्षुब्ध; ढीला; अस्तका पदार्थ, अंगराग।
व्यस्त; बिखरे हुए (बाल); सुंदर । -तारक-वि०चंचल विलेपनी-स्त्री० [सं०] वह स्त्री जिसे अंगराग लगा हो । आँखोंवाला। -लोचन-वि०जिसके नेत्र अश्रुपूर्ण हो । सुवेशा स्त्री; माँड़ ।
-हार-वि० जिसका हार हिल रहा हो। विलेपी (पिन)-वि० [सं०] लेप करनेवाला; पलस्तर विलोलित-वि० [सं०] घुमाया,हिलाया हुआ;क्षुब्ध किया
नागा
For Private and Personal Use Only