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रासभी - रिझकवार
रासभी - स्त्री० [सं०] गधी । रासायनिक- वि० [सं०] रसायनशास्त्र या तत्त्वसंबंधी । पु० रसायनशास्त्री । - परीक्षक- पु० (केमिकल एग्जामिनर) किसी वस्तु के रासायनिक तत्त्वोंका विश्लेषण कर मिलावट आदिका पता लगानेवाला ।
रासि - स्त्री० दे० 'राशि' । रासु * - वि० ठीक; सीधा ।
रासो- पु० डिंगल भाषा या पुरानी हिंदीमें लिखित काव्यग्रंथ (इसमें किसी राजाका चरित्र, युद्ध, वीरता, प्रेम-विष यक वर्णन रहता है - जैसे पृथ्वीराज रासो, खुमान रासो) । रास्त - वि० [फा०] उचित; अनुकूल; दुरुस्त, ठीक, सही; सीधा सच्चा । - बाज़- वि० सच्चा, ईमानदार | रास्ता - पु० [फा०] राह; चाल, प्रथा; उपाय । मु०काटना - चलनेवाले के आगे होकर एक ओरसे दूसरी ओर निकल जाना (अपशकुनसूचक - बिल्ली आदिके लिए प्रयुक्त) । - देखना - बाट जोहना, प्रतीक्षा करना । -बताना टालना, हटाना। - ( रते ) पर लाना-ठीक करना; उचित मार्गपर लाना ।
राह - * पु० दे० 'राहु' । स्त्री० [फा०] रास्ता, बाट, मार्ग; रीति-रिवाज, प्रथा । - खर्च - पु० मार्गव्यय । गीर
पु० पथिक, मुसाफिर - चलता - पु० रास्ता चलनेवाला; पथिक; साधारण आदमी; अजनवी । - चाह-स्त्री० रंगढंग | -ज़न - पु० लुटेरा, डाकू । -ज़नी-स्त्री० लूट, डकैती । - दानी -स्त्री० पारपत्र (पासपोर्ट ) । - दारी स्त्री० राह, सड़कका महसूल, कर; चुंगी । ( - दारीका परवाना - आज्ञापत्र जिसके द्वारा किसी मार्गसे जाने, माल ले जानेका अधिकार दिया गया हो, परवाना राहदारी | ) - रस्म - पु०, रीति- स्त्री० व्यवहार, लेनदेन; परिचय | - ( है ) खुदा-अ० खुदाके लिए, खुदाके नामपर | पु० ईश्वर प्राप्तिका साधन, मार्ग । मु०- देखना, - ताकना - प्रतीक्षा करना । - पड़ना * - लूट, डाका पड़ना । - लगना - काम देखना; रास्ते जाना । राहत - स्त्री० [अ०] आराम, चैन, संतोष, सुख, करार । राहना - स० क्रि० चक्कीके पाटों या रेती आदिको खुरदरा करना । अ० क्रि० रहना ।
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रिंद - पु० [फा०] धार्मिक बंधनोंको न माननेवाला, स्वच्छंद, मनमौजी आदमी (सुंद०) ।
रिआयत - स्त्री० [अ०] रहम, नरमी; बचाव; मिहरवानी, ध्यान, लिहाज; साधारण नियमोंकी कड़ाई छोड़कर कृपापूर्ण बरताव तरफदारी |
रिआयती - वि० [अ०] रिभायत किया हुआ । - छुट्टीस्त्री० ग्यारह महीने का काम करनेके बाद एक महीनेतककी सवेतन मिलनेवाली छुट्टी । रिआया- स्त्री० [अ०] प्रजा ।
रिकवँछ । - स्त्री० बेसन या उरदकी पीठी और अरुईके पत्तों आदिसे बनाया हुआ खाद्य पदार्थ ।
रिकशा - पु० [अ०] दो पहियोंकी एक छोटी गाड़ी जिसे आदमी खींचता है; साइकिलके ढंगकी गाड़ी जिसमें तीन पहिये होते हैं ।
रिकाब - स्त्री० दे० 'रकाब' । रिकाबी - स्त्री० दे० 'रकाबी' |
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रिक्त - वि० [सं०] शून्य, खाली; निर्धन । -स्थान- पु० (वैकेंसी) दो या अधिक स्थानोंके बीचको खाली जगह; दे० 'रिक्ति' ।
राहर+ - पु० अरहर ।
राहि* - स्त्री० राधा ।
राहित्य - पु० [सं०] रहित होनेका भाव, न होना । राहिन - पु० [अ०] रेहन, बंधक रखनेवाला | राही - *स्त्री० राधा ( कबीर ) | पु० [फा०] यात्री, मुसाफिर । मु० - करना - टालना, चलता करना । - होना - चल देना। राहु-पु० एक मछली, रोहू; [सं० ] नौ ग्रहों में से एक, विप्रचित्ति और सिंहिकाका पुत्र । - ग्रसन, -ग्रास, - स्पर्श-पु० ग्रहण, उपराग, सूर्य-चंद्रका राहु द्वारा ग्रस्त होना । राहुल - पु० [सं०] यशोधरासे उत्पन्न गौतम बुद्धका पुत्र । रिंगण - पु० [सं०] रेंगना, दबककर धीरे-धीरे चलना । रिंगन* - स्त्री० दे० 'रिंगण' । रिंगाना* - अ० क्रि० रेंगना । स० क्रि० घुमाना फिराना, धीरे-धीरे चलाना; परिश्रमपूर्वक दौड़ाना (बच्चों के लिए) ।
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रिक्तता - स्त्री० [सं०] शून्यता, खाली होना; (वैकेंसी) किसी पद, नौकरी या स्थानका खाली होना, किसी कार्यालय आदि में कोई जगह (पद) रिक्त होना ।
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रिक्ता स्त्री० [सं०] चतुर्थी, नवमी और चतुर्दशी तिथियाँ । रिक्ति - स्त्री० [सं०] (वैकेंसी) वह पद या स्थान जिसपर अभी किसी अधिकारी या कार्यकर्त्ता की नियुक्ति न हुई हो, रिक्तता, दे० 'रिक्तस्थान' |
रिक्थ पु० [सं०] उत्तराधिकार में प्राप्त धन; ( एस्टेट) भूसंपत्ति, धन; (एसेट्स) कारबार में लगी वह पूँजी जो संपत्ति, सामान आदिके रूपमें हो । - पत्र - पु० (विल) वह पत्र जिसमें रिक्थ (अर्थात् उत्तराधिकार में मिलनेवाले धन) के अमुक-अमुक प्रकारसे बँटवारे के संबंध में इच्छा प्रकट की गयी हो, इच्छापत्र । - हारी (रिन् ) - पु० उत्तराधिकार में धन पानेवाला व्यक्ति; मामा । रिक्थी (थिन् ) - पु० [सं०] दे० 'रिक्थहारी' | रिक्शा - पु० दे० 'रिक्शा' ।
रिक्ष- पु० दे० 'ऋक्ष'। पति-पु० दे० 'ऋक्षपति' । रिखभ* - पु० दे० 'ऋषभ' । रिखि* - पु० ऋषि |
रिग* - पु० दे० 'ऋक्' । रिचा* - स्त्री० दे० 'ऋचा' ।
रिचीक* - पु० दे० एक प्राचीन जनपद और उसका निवासी; तृणविशेष ।
रिच्छ*-पु० भालू ।
रिज़क़-पु० [अ०] खुराक; रोजी, जीविका; खाना- 'तेरो तो रिजक तेरे घर बैठे आइहै' - सुंद० । रिजाली * - स्त्री० निर्लज्जता ।
रिजु - वि० दे० 'ऋजु' ।
रिक्क - पु० [अ०] रोजी; खूराक ।
रिझकवार* - पु० रीझनेवाला; विशेषता या गुणपर प्रसन्न होनेवाला ।
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