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गाना - सु० क्रि० रँगनेका काम दूसरे से कराना | रंगालय - पु० [सं०] रंगस्थल, रंगशाला । रँगावट - स्त्री० रँगाई |
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रंगावतारक- पु० [सं०] अभिनेता; रंगसाज । रंगावतारी (रिन् ) - पु० [सं०] अभिनेता | रंगिणी - स्त्री० [सं०] शतमूली; कैवर्तिका लता । वि० स्त्री० रंगवाली; विनोदिनी, परिहास करनेवाली । रंगी (गिन् ) - वि० [सं०] विनोदी, मौजी, परिहास करनेवाला; रंगवाला; रँगनेवाला; अनुरक्त; अभिनय करनेवाला ।
रंगीन - वि० [फा०] रँगा हुआ; चमत्कारपूर्ण; विलासप्रिय, ऐशपसंद; सुखद कल्पना से युक्त ।
रंगीनी - स्त्री० [फा०] रंगीन होना; शृंगार, सजाव; रँगीलापन, विलासप्रियता ।
रँगीला - वि० मौजी; सुंदर; प्रेमी ।
रंगोपजीवी (विन्) - पु० [सं०] अभिनय द्वारा रोजी कमानेवाला, नट ।
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रगाना -रक्रम
रंदा -५० लकड़ीको चिकनी और सम बनानेका औजार | रंधक - पु० [सं०] रसोइया, राँधनेवाला । रंधन - पु० [सं०] रसोई, भोजन बनाना; नष्ट करना । रंध्र- पु० [सं०] छेद; दोष; भग; लग्नसे आठवाँ स्थान । रंभ - पु० [सं०] गर्जन, घोर शब्द - 'माथे रंभ समुद जस होई' - प०; रेणु; केला (रघु० ) । रंभण - पु० [सं०] रंभाना; आलिंगन । रंभन* - पु० दे० 'रंगण' ।
रंभा - पु० लोहेका मोटा, बड़ा डंडा जो दीवार आदि में छेद करने के काम आता है । स्त्री० [सं०] केला; एक अप्सराका नाम; गायका रंभाना, चिल्लाना; गौरी। - पति - पु० इंद्र | - फल- पु० केला । रँभाना - अ० क्रि० गायका बोलना |
रंभित - वि० [सं०] शब्द, ध्वनि किया हुआ; बजाया हुआ । रंभोरु - वि० स्त्री० [सं०] कदलीस्तंभ के समान जाँघोंवाली, सुंदर (स्त्री) ।
रहटा - पु० इच्छापूर्ति की हविस, लालच, लोभ । रहट - पु० दे० 'रहेंट' ।
र- पु० [सं०] अग्नि; कामाग्नि; ताप । - गण - पु० तीन वर्णोंका शब्द जिसमें पहला, तीसरा गुरु और दूसरा लघु हो ।
रअय्यत - स्त्री० [अ०] रिआया, प्रजा; काश्तकार, असामी; नौकर; मुलाजिम, बिना किराया दिये मकान में रहनेवाला आदमी । - आज़ार - वि० प्रजाको पीड़ा देनेवाला । -दार - पु० हाकिम, शासक। - दारी - स्त्री० हुकूमत, सल्तनत, राज्य, शासन ।-निवाज़ - वि० प्रजाकी सहायता, रक्षा करनेवाला ( शासक, स्वामी) । - परवर - वि० प्रजापालक । - वारी- वि० एक-एक काश्तकार के साथ, अलग-अलग । स्त्री० एक बंदोबस्त जिसमें काश्तकार सीधे सरकारको मालगुजारी देता है । रइकौ* +- अ० राई भर भी, जरा भी । रइनि * +- स्त्री० रजनी, रात, रैन ।
रई - स्त्री० खैलर, मथनी, दही मथनेकी लकड़ी; गेहूँका दरदरा आटा, सूजी, चूर्ण [रवाका अल्पार्थक रूप] । *वि० स्त्री० अनुरक्त, पगी हुई, डूबी हुई; सहित, युक्त । रईस - पु० [अ०] ताल्लुकेदार, सरदार ( राजा, नवाब, सेनापति, शाहजादा, हाकिम, उच्च वर्गका आदमी, अमीर, धनी); शरीफ, शिष्ट, प्रतिष्ठित मनुष्य । - जादा - पु० रईसका लड़का |
रंच, रंचक- वि० थोड़ा, जरा, किंचित् ।
रंज - पु० [फा०] दुःख; शोक; दर्द; अफसोस; पछतावा । रंजक - पु० [सं०] रँगरेज; रंगसाज; ईंगुर; मेहदी; भिलावाँ । वि० रँगनेका काम करनेवाला; मनोरंजक, हर्मकारक | स्त्री० [फा०] बंदूक, तोपकी बारूदकी प्याली; बारूद जो इस प्याली में रखी जाय; उत्तेजक बात । मु०उड़ाना - बंदूक, तोपकी प्याली में बारूद रखकर जलाना । - चाट जाना-तोप, बंदूककी प्यालीकी बारूदका यों ही जलकर रह जाना, गोली, गोला न छूटना । - पिलाना- तोप, बंदूककी प्याली में रंजक रखना । रंजन- पु० [सं०] रँगनेका काम, रँगना; मन प्रसन्न करना । वि० हर्षित करनेवाला, रंजक कारी साहित्यपु० ( लाइट लिटरेचर) ऐसी पुस्तकें, कहानियाँ आदि जिन्हें लोग मनबहलाव के लिए पढ़ते हैं और जिन्हें पढ़ने समझने में विशेष आयास नहीं करना पड़ता । रंजना* - स० क्रि० हर्षित करना; भजन करना; रँगना । रंजित - वि० [सं०] रँगा हुआ; हर्षित; अनुरक्त । रंजिश, रंजीदगी - स्त्री० [फा०] नाराजगी; अनबन, वैमनस्य ।
रंजीदा - वि० [फा०] नाराज; दुःखी । रंड - वि० [सं०] धूर्त; बेचैन; विफल । पु० निस्संतान मरनेवाला मनुष्य; अफल वृक्ष ।
रंडा - स्त्री० [सं०] राँड़, विधवा ।
रईसी - स्त्री० अमीरी, धनसंपन्नता । रउताई * + - स्त्री० प्रभुता, स्वामित्व ।
ढ़ापा - पु० वैधव्य |
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रंडी - स्त्री० नाचने-गानेका व्यवसाय करनेवाली और धन लेकर संभोग करानेवाली स्त्री, वेश्या । - बाज़ - पु० वेश्यागामी । - बाज़ी - स्त्री० वेश्यागमन । रँडुआ - पु० वह पुरुष जिसकी पली मर गयी हो, मृतस्त्रीकरकतांक* - पु० मूँगा; केसर, कुंकुम; लाल चंदन ।
रउरे। - सर्व० मध्मम पुरुषका आदरसूचक संबोधन, आप । रकत * - पु० लहू, रुधिर । वि० लाल | - कंद * - पु० मूँगा, विद्रुमः रतालू ; राजपलांडु |
रकबा - पु० क्षेत्रफल, लंबाई-चौड़ाईका गुणा करनेसे प्राप्त गुणनफल; घिरी हुई जमीन, घेरा, अहाता ।
रंता (तृ) - वि० [सं०] रमण, आनंद करनेवाला; *अनुरक्त । रंति - स्त्री० [सं०] क्रीड़ा; विराम । -देव-पु० एक परम दानी और यज्ञकर्मा पौराणिक राजा; विष्णु । रँदना - स० क्रि० रंदा फेरना, चलाना; रंदासे लकड़ीकी सतह चिकनाना ।
रक्कम स्त्री० [अ०] धन, नियत संख्या के रुपये; मूल्यवान् वस्तु; गहना, जेवर; धनराशि पूरी संख्या, जोड़; प्रकार, भाँति, ढंग ।
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