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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobetirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir घण्टाकर्ण प्रतिष्ठा विधिः सप्तपीठ पूजनात्मको विधिः DeczemezoperaezoeDeveezmeena ॐ क्रों स्कंदाय नमः । स्कंदवीर ! इह० शेषं पूर्ववत् ॥ १५ ॥ ॐ क्रों कुरवे नमः । कुरुवीर ! इह शेष पूर्ववत् ॥ १६ ॥ ॐ क्रों प्रियंकराय नमः । प्रियंकरवीर ! इह शेषं पूर्ववत् ॥ १७ ॥ ॐ क्रॉ प्रियमित्राय नमः । प्रियमित्रवीर ! इह शेषं पूर्ववत् ॥ १८ ॥ ॐ को वह्वये नमः । वहिवीर ! इह० शेषं पूर्ववत् ॥ १९ ॥ ॐ क्रों कन्दाय नमः । कन्दर्पवीर ! इह० शेषं पूर्ववत् ॥ २० ॥ ॐ क्रों हंसाय नमः। ईसवीर ! इह शेषं पूर्ववत् ॥ २१ ॥ ॐ क्रो एकजंघाय नमः । एकजंघवीर ! इह० शेषं पूर्ववत् ॥ २२ ॥ ॐ क्रों घण्टापयाय नमः। घण्टापयवीर ! इह शेषं पूर्ववत् ॥ २३ ॥ ॐ क्रों दजकाय नमः । दजकवीर ! इह० शेषं पूर्ववत् ॥ २४ ॥ ॐ क्रों काळाय नमः । काळवीर ! इह० शेषं पूर्ववत् ॥ २५ ॥ ॐ को महाकालाय नमः । महाकाळवीर ! इह० शेषं पूर्ववत् ॥ २६ ॥ ॐ क्रों मेघनादाय नगः । मेघनादवीर ! इह० शेषं पूर्ववत् ॥ २७ ॥ RececappeopeecCRORCEDDCere For Private and Personal Use Only
SR No.020345
Book TitleGhantakarna Pratishtha Vidhi_
Original Sutra AuthorN/A
AuthorVardhamansuri
PublisherVardhamansuri
Publication Year
Total Pages64
LanguageSanskrit
ClassificationBook_Devnagari, Ritual, & Vidhi
File Size2 MB
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