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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir ॥ अर्हम् ॥ श्रीनेमि - लावण्यसुरिग्रन्थमालाराम्-१० पूनानगर मण्डन- श्री आदिनाथस्वामिने नमः बालब्रह्मचारिभ्य: श्रीनेमि - लावण्य दक्षसद्गुरुभ्यो नमः ॥ [स्तोत्र-स्तवन-छन्द:-देववन्दन- रासादिसहितम् ] श्रीगौतमस्वाम्यष्टकम् [ प्राचीनम् ] तदुपरि - शासनसम्राट् - जगद्गुरु- सर्वतन्त्र स्वतन्त्र - सूरिचक्रचक्रवर्ति- तपोगच्छाधिपति - बालब्रह्मचारि - चिरन्तनयुगप्रेधानप्रतीक- कदम्बगिरिप्रमुखतीर्थोंद्धारक - अनेकनृपप्रतिबोधक - गीता पुरस्र - बहुश्रुत - वचनसिद्धपरमपूज्य - परमाराध्य - प्रातः स्मरणीय - श्रीमद् विजयने मिसुरीश्वरपट्टालङ्कार-व्याकरणवाचस्पति-कविरत्न शास्त्रविशारद - अनुपमव्याख्यानामृतवर्षि- आजन्म ब्रह्मचारि - शास नप्रभावक - भट्टारकाचार्य - श्रीमद्विजयलावण्यसूरिप्रवर-प्रधान शिष्यरत्न - विद्वच्छिरोमणिपंन्यास प्रवर श्रीदक्ष विजयजिद्गणिवरान्तिषदा पंन्याससुशीलविजय गणिना विरचिता विवृतिः । वीर सं० २४८० ] 5 नेमि सं० ४ प्रथमावृत्तिः - विक्रम सं० २०१० मूल्यम् १-०-० For Private And Personal Use Only
SR No.020342
Book TitleGautamswamyashtakam
Original Sutra AuthorN/A
AuthorSushilvijay
PublisherVijaylavanyasurishiwar Gyanmandir
Publication Year1954
Total Pages58
LanguageSanskrit
ClassificationBook_Devnagari
File Size3 MB
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