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दिव्यदर्शन प्रकाशन (हिन्दी पुरुष- १
गणधरवाद (प्रात्मा-कर्म-बन्ध-पंचभूत-स्वर्ग-मोक्षादि तत्त्व-चर्चा )
लेखक : स्व० पू० सिद्धान्तमहोदधि प्राचार्य भगवन्त श्रीमद् विजयप्रेमसूरीश्वरजी महाराज के शिष्य
पंन्यासजी श्री भानुविजयजी महाराज
प्रकाशक: श्री जैन साहित्य प्रकाशन मण्डल (दिव्यदर्शन प्रकाशन विभाग)
प्रात्मानन्द जैन सभा भवन घी वालों का रास्ता, जयपुर-३
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