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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir २५४ एकघातसमीकरणसम्बन्धि प्रश्न । ऐसा देन लेन तीन बार भया । तब दोनों के पास चांसट २ रुपये भये । तो पहिले हर एक के पास कितने २ रुपये थे? उत्तर, अ, के पास ८५ पार क, के पास ४३ रुपये। (५३) एक तलाव में कुछ कमल थे उस पर बैठने के लिये एक भ्रमरों का समूह पाया । आते हि पहिले एकर कमल पर एक र भ्रमर बैठा । तब एक भ्रमर शेष बचा। फिर सब उड़े और एक २ कमल पर दोर बैठे तब एक कमल शेष रहा। तो उस तलाव में कमल कितने थे और वे भ्रमर कितने थे? उत्तर, कमल ३ और भ्रमर ४ । (५४) अ, के पास ११ मोती एक मोल के थे और क, के पास हीरे एक मोल के थे और फिर जब उन में बहुत परस्पर वेह भया तब अ, ने ४ मोती क, को दिये और क, ने तीन हीरे अ, को, दिये और सब मोती और हीरे उन्हों ने बेच डाले । तब हर एक को २३० रुपये मिले । तब हर एक मोती का और हीरे का क्या मोल है सो कहो। - उत्तर, मोती का मोल २० रुपये और हीरे का ३० रुपये। (५५) अमनुष्य जो काम २४ दिन में करता है सो हि काम क मनुष्य ४० दिन में करता है तो वही काम अ और क मिल के कितने दिन में करेंगे? उत्तर, १५ दिन में। (E) अ और क ये दो मनुष्य मिल के जो काम २० दिन में करते हैं वही काम अकेला अ ३६ दिन में करता है तो वह काम अकेला क कितने दिन में करेगा ? उत्तर, ४५ दिन में। For Private and Personal Use Only
SR No.020330
Book TitleBijganit Purvarddh
Original Sutra AuthorN/A
AuthorBapudev Shastri
PublisherMedical Hall Press
Publication Year
Total Pages299
LanguageHindi, Sanskrit
ClassificationBook_Devnagari
File Size11 MB
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