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भिचपदों की घातक्रिया।
( अय) ३ (-अय)३ -अयर ३ घन = 1-
= , वाई ।
अय) ४ (-अय) अय'
चतुर्धान = १-
(२)
उदा० (२)
य+य-१
- इस का.वर्ग और घन कहो ।
य
-
य+य-१ . (य+य-१२ य+श्य-य-२य+१
- इसका वर्ग- . य+रय-२
(य+रय-२)२ य+8 य-८य+8 '. (य' + य – १)३ य+३य - ५ य+३य-१ घन =
(य+२य-२)३ य६+६ +६य – १६यः-१२ य+२४य
उदा
उदा. (३) अय+ य - इस का वर्ग और घन क्या होगा?
न्यास। य+य
न्यास।
१२+
गर
+
य
-
-
"
म
-
--
IY
अर्थ =
र अारक
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