SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 457
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ II Shri a in Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Ka s uri Gyanmandie ब्रह्मदत्त कथा श्रीदे चैत्यश्रीधर्म संघाचारविधौ ॥३६०॥ इह एंतव्वंति तेणवि पबन्ने । कुमरो परियणमवगणिय निग्गओ तयणु नयरीओ॥२६॥ वच्चंतो पुवदिसाहुत्तं पत्तो कुसग्गनयरंमि । तस्स बहिं उजाणे दडे सिरिसंतिजिणभवणं ॥ २७ ॥ तम्मज्झे विहिपुव्वं पविसिय संमऽभिवंदए देवे । सिवनयरवारअहिगारचिंतणे बाढमुवउत्तो ॥२८॥ इत्थंतरंमि उवलक्खिऊण एगेण मागहसुरण । गंतुं कुमरो सिट्ठो नरवइणो विजयदेवस्स ॥ २९ ॥ | तो तेण हरिसिएणं अइमहया गउरवेण वाहरिओ। भणिओ सुपुरिस ! मह जोइणा पुरा आसि इह कहियं ॥ ३०॥ पुत्तरहियस्स तुन्भं कंचणमालासुयाइरजस्स । होही सामी सिरिहरिसनिवसुओ सिद्धदेवुत्ति ॥ ३१ ॥ ता णे धूयं एवं परिणेउं निव्वुए कुणसु अम्हे । दक्खिन्नसारयाए कुमरोऽवि तहा कुणइ सव्वं ॥३२॥ अह नियअणेअकारिं करेणुदत्तं निवं विणिग्गहिउँ । महया संरंभेणं चलियं सिरिदेवविजयनिवं ॥३३।। कहवि निसेहिय हियकरणपउणचउरंगपवरबलकलिओ। कुमरो नियदेसंते पत्तो अक्खलियपयाणेहिं ॥३४॥ इयरोऽवि ठिओ समुहो कयावि किं खत्तिया रणे विमुहा?। सो तयणु निवसुएणं दएण भणाविओ एवं ॥३५।। जइ किंपि चिंतिउं विजयदेवरना उवेक्खिओ तंसि । तो किं तुह जुत्तमिणं असमिक्खियकंमनिम्मवणं ?।।३५।। अजवि किंपि नहु गयं पडिबुज्झसु सरसु अप्पणो गेहं । सरहं सरहसमणुसरिय मरसि किं मयगुलव्व तुमं? ॥३७॥ इय सोउं यवयणं करेणुदत्तो समुच्छलियकोवो। तिवलियतरंगभंगुरवयणो इय भणिउमारद्धो ॥३८।। अहह भमंतो भिक्ख समागओ देसिओ इमो कोई । दासीधूयादाणेण तोसिओ पोसिओ य मिसं ॥३९॥ उम्मायग इव संपइ पिच्छह अह किहणु जंपए पावो?। अहवा निम्मेराणं हवंति एवंविहुल्लावा ।। ४० ॥ता रे याहम दुट्ठ धिट्ठ ओसरसु मज्झ दिट्ठिपहा । साहेहि तस्स वइदेसियस्स गंतुं इमं वयणं ।।४१॥ एसोऽहमागओच्चिय मडक्कियं मा गहेवि नस्सिहिसि । कप्पडियाणं वइदेसियाण पायं सुलहमेयं ॥४२॥ अह यमुहा कुमरो सोउ ॥३६०॥ For Private And Personal
SR No.020306
Book TitleDevvandanbhashyam
Original Sutra AuthorN/A
AuthorDevendrasuri, Dharmkirtisuri
PublisherRushabhdev Kesarimal Jain Shwetambar Sanstha
Publication Year1938
Total Pages560
LanguageSanskrit
ClassificationBook_Devnagari
File Size12 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy