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Colophon :
घण्मखकल्प समाप्तमिति । Topics dealt with :
अन्तर्धान (2B), पादप्रवारण (3B), अञ्जन (5B), मार्गसंहरण (6B), परविद्याछेदन (7A), वस्तुविद्या (12A), भेलको (12B), दृशिबन्ध (13B), ताडोद्घाटन (14B), कपाटोद्घाटन (15A), द्रव्यपरीक्षा (15B), दृरिस्तम्मन (16A), परचित्ताकर्षण (16B), हृदयस्तम्भन (17A), परचिन्ता....(17B), सेनाभङ्ग (18B), देवनरादिवशीकरण (19A), ग्रहावेसन (19A), स्वस्थानवेसन (19B), जनस्तम्भन (20A), यक्षसमयस्थापन (22B), प्रहरसंक्रामेन (23A), देववर्षापण (23B), पर्वतविदारणा (24A), प्रसादभञ्जन, रक्षपातन (25A), वारुणीविनासन (25B), कुठकरण (26A), बन्धनमोक्ष (27A), कोलकसाधन (27B), स्कन्धावाससर्वभूतवशीकरण (28A), विनायकसमयस्थापन (28B), रक्तघटासाधन (29A), पूर्वदौतिज्ञास्त्र (32B), यावेसन (37B), अमिस्तम्भन, कुद्यविदारण (40B), रुद्रसेनकल्य (41A), सान्तिकदेवकरण (41B), नगरशान्ति (41B), मुद्राकल्प (42B), चोरमानशास्त्र (45A), पटविधान (47A), गन्ध (48A), कोलकसाधन (51A), रक्तपटासाधन (51B), कर्कटयोग (52B), धूपकरण (53B), अयोग (55A), गुटिकायोग (57B), द्वितीय गुटिकायोग (62A) ।
CALCUTTA:Published by the Asiatic Society, and Printed by Norman A. Ellis,
Baptist Mission Press 4IA, Lower Circular Road.
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