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Fol 105a. इत्यार्षे
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Fol 76a. इत्यार्षे त्रिषष्टिलक्षण महापुराणसंग्रहे भगवद्गुणभद्राचार्यप्रणीते अनंततीर्थकर सुप्रभपुरुषोत्तममधुसूदनपुराणं समाप्तं षष्टितमं पर्व्व ॥ ६० ॥
Fol 8za. इत्यार्षे भगवद्गुणभद्राचार्यप्रणीते विषष्टिलक्षण महापुराणसंग्रहे धर्मतीर्थकर सुदर्शन पुरुषसिंह मधुक्रीड़मघवसनत्कुमारपुराणं परिसमाप्तमेकषष्ठ
पर्व ॥ ६१॥
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त्रिषष्टिलक्षण महापुराण संग्रहे
अपराजितानंतवीर्याभ्युदयवर्णनं नाम द्विषठ पर्व्व ॥६२॥
Fol 131a. इत्यार्षे त्रिषष्टिलक्षण महापुराणसंग्रहे भगवद्गुणभद्राचार्यप्रणीते कुथुचक्रधरतीर्थंकरपुराण परिसमाप्तं चतुःषष्ट' पर्व्व ॥ ६४ ॥
भगवद्गुणभद्राचार्यप्रणीते
Fol 14oa. इत्यार्षे विषष्टिलक्षणमहापुराणसंग्रहे भगवद्गुणभद्राचार्यप्रणीते तीर्थकर - चक्रधरसुभौमचक्रवत्तिनंदिषेणबलदेवपु 'डरीकार्द्धचक्रवत्तिनिशुभनामा प्रति
शक्रपुराणं पंचमं पर्व्व परिसमाप्तम् ॥
Fol 146a. इत्यार्षे विषष्टिलक्षणमहापुराणसंग्रहे भगवद्गुणभद्राचार्यप्रणीते मल्लितीर्थकर - पद्मचक्रधरनं दिमित्रबलदेवदत्तनामवासुदेवबलींद्राख्यप्रतिवासुदेवपुराणं परिसमाप्तं षष्टष पर्व ॥ ६६ ॥
Fol 168a. इत्यार्षे विषष्टिलक्षण महापुराण संग्रहे भगवद्गुणभद्राचार्य प्रणते दुर्मार्गप्रवर्त्तनप्रपंच व्यावर्णनं नाम सप्तषष्ठितमं पर्व्व ॥६७॥
Fol 201b. इत्यार्षे विषष्टिलक्षणमहापुराण संग्रहे भगवद्गुणभद्राचार्य प्रणीते मुनिसुव्रततीर्थकर हरिषेणचक्रवर्त्तिराम देवल क्ष्मीधर केशव सीतारावणपुराणं परिसमाप्तमष्टषष्ट पर्व्व ॥ ६८ ॥
Fol 205b. इत्यार्षे विषष्टिलक्षणमहापुराणसंग्रहे भगवद्गुणभद्राचार्य प्रणीते नमितीर्थ - करजय सेनचक्रवर्त्तिपुराणं परिसमाप्तम् ॥
Fol 229a. इत्यार्षे भगवद्गुणभद्राचार्यप्रणीते त्रिषष्टिलक्षणमहापुराणसंग्रहे नेमिचरिते कृष्णविजय नाम सप्ततिम पर्व समाप्तं ॥ ७० ॥
Fol 250a. इत्यार्षे त्रिवष्टिलक्षण महापुराणसं हे भगवद्गुणभद्राचार्यप्रणीते नेमिचरि भवांतरव्यावर्णन' नाम एकसप्ततितम पर्व ॥ ७१ ॥
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Fol 263b. इत्यार्षे त्रिषष्टिलक्षण महापुराणसंग्रहे भगवद्गुणभद्राचार्यप्रणीते अरिष्टनेमितीर्थकरपद्मनाभबलदेव कृष्णनामार्द्धचक्रिजरासंघप्रतिवासुदेवब्रह्मदत्त