________________
शारीरकार्थसंक्षेपविवृति, 449 शारीरकन्यायरक्षामणि, 464 श्रीभाष्य, 465 शारीरकमीमांसायाक्यार्थ', 472 श्रीकण्ठशिवाचार्य, 473 शान्तिरसनाटक, 482
(996 )
श्रीकृष्णसन्दर्भ, 842 श्रुतिरहस्य, 899 शुद्धाद्वैतमार्तण्ड, 901 शाण्डिल्यसूत्र, 953 शाण्डिल्यसूत्रप्रवचन, 954 शुकाष्टक, 960 शठकोपदास. 962
षट्पदीस्तोत्र, 554 षट्पदीमञ्जरी, 555, 562 षट्पदी, 556
षट्पदीविबृति, 879 षट्सन्दर्भ, S18 षड्दर्शनसमुच्चय, 973 षट श्लोकीटीका, 553
सिद्धान्तचन्द्रिका, 384
सांख्यतत्त्वकौमुदीव्याख्या, 3245 सामग्रीविचार, 242
सांख्यचन्द्रिका, 326, 327, 328 सुबर्थतत्त्वालोक, 257
सांख्यार्थतत्त्वप्रदीपिका, 328 सुविभक्तयर्थविवेक, 258
सांख्यतत्त्वार्थप्रदीपिका, 329 समासवाद, 259, 260
सांख्यकौमुदी, 330, 331 समासविचार, 260
सांख्यटीका, 331 समासवादरहस्य, 261
समाधिदीपिका, 847, 3 सिद्धान्तसारे प्रथमाव्युत्पत्तिवाद, 263, सिद्ध श्वर उपाध्याय, 351 264, 266
सुचरितमिश्र, 356 सिद्धान्तदीपिका, 276
सोमेश्वरभट्ट, 361-63 सिद्धान्तदीप, 277
सङ्कर्षणमीमांसा, 376 संस्कारसिद्धिदीपिका, 285
सोमनाथ, 380, 381 सिद्धान्तमुक्तावली, 297, 298
सूक्ति, 22, 153 सुन्दोपसुन्दन्याय, 310
सप्तपदार्थी, 25, 27, 28 सांख्य सूत्र क्रमदीपिका, 314, 315
सिद्धान्तचन्द्रोदय, 61, 62, 63, 64, 65, सांख्यसूत्रवृत्ति, 1318
____66, 67 सांख्यप्रवचनभाष्य, 318
सिद्धान्तमञ्जरी, 71 सांख्यकारिका, 319, 320
सोमयाजी महादेव, 73 सांख्यतत्त्वकौमुदी, 320, 321-24 सारसंग्रह, 114 सांख्यतत्त्वकौमुदीतत्त्वामृत-प्रकाशिनी, 32 सर्गप्रलयकण्टकोद्धार,135