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( 987 ) पातञ्जलरहस्य, 336, 337
प्रत्यकस्वरूपभगवान्. 601, 603, 604 पातालवृत्ति, 338
पद्मनाभ, 608 पातञ्जलयोगसूत्रवृत्ति (टीका ); 342, 343 पञ्चदशी, 614, 615, 616, 617, 619 पातअलसूत्रवृत्तिभाष्यच्छायाव्याख्या, 345 पञ्चदशीटीका, 615 पातअलटीका, 345
पददीप(क), 615 पार्थसारथिमिश्र, 357, 367-68, 370, पञ्चकोषविवेक, 616 378-80, 402, 404
पञ्चभूतविवेक, 617 परितोषमिश्र, 371
पञ्चभूतविवेकदीपिका, 616 पूर्वमीमांसाधिकरणव्याख्या, 378 पञ्चदशीचक्रकापत्तिनिरूपण, 620 प्रकरणपचिका, 400
प्रकाशानन्द, 628 प्रकटार्थ, 443
प्रस्थानभेद, 658 पुरुषोत्तम(सरस्वती), 456, 476, 558, प्रत्यक्तरवचिन्तामणि, 671 559
पञ्चप्रकरणी, 700 पूर्णप्रज्ञदर्शन, 467
प्रणवार्थप्रकाशिका, 728 परमहंसपरिव्राजकाचायमार्गनिरूपण, 483 पदयोजनिका, 598, 599
पराशरभट्ट, 744 पञ्चीकरण, 524, 526
पदप्रकाशबोधिनी, 755 पञ्चीकरणविवरण, 522
प्रमाणपद्धति, 767 पञ्चीकरणवार्तिक, 524, 525, 526, 527 प्रमाणपद्धतिटीका, 767 पञ्चीकरणतत्त्वचन्द्रिका, 526
पाषण्डमुखचपेटिका, 785-86 पञ्चीकरणवार्त्तिकाभरण, 527
प्रत्यभिज्ञाविमर्पिणी, 810 पञ्चीकरणभावप्रकाशिका, 528
प्रत्यभिज्ञाविमर्षिणीबृहतीवृत्ति, 801 पञ्चीकरणतात्पर्यचन्द्रिका, 530 परमार्थसारसंक्षेप, 802 पञ्चरत्नमालिकास्तोत्र, 559
प्रभावली, 806, 807 प्रश्नोत्तरमाला, 560, 561
प्रमेयरत्नावली, 828 पञ्चपादिका, 570
प्रेमपत्तन, 831 पद्मपादाचार्य, 570
पादपद्माचार्य, 854 पञ्चपादिकाविवरण, 571, 572 पत्रावलम्बन, 864-67 प्रकाशात्मयति, 571
पत्रावलम्बनविवरण, 867 पञ्चपादिकाटीका, 573
पुरुषोत्तम, 874, 888-892 पञ्चाक्षरीभाष्यतात्पर्यसंग्रह, 577 प्रतिविम्बवाद, 888 प्रमाणमाला, 597
प्रमेयरत्नार्णव, 892-93