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Beginning :
तच्छंयोरावृणीमहे + चतुष्पदे शान्तिश्शान्तिश्शान्तिः ।
Colophon :
Remarks:
A DESCRIPTIVE CATALOGUE OF
End:
यो मे सर्वगतः पाप्मा परमात्मा तं परमात्मने नमः । इति
दिग्बन्धनं कृत्वा + + ॥
सप्तमवर्गस्समाप्तः (in leaf No. 14 )
Subject:
प्रत्यंगिरा ऋचां प्रत्येकं ऋष्यादिकथनपूर्वकं प्रयोगप्रकारः ।
मातृकेयं प्राचीना कीटजग्धा झर्झरिता विशीर्गनष्टपत्रभागा च ॥
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End :
Beginning :
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॥ प्रत्यंगिरमन्त्रादयः ॥
PRATYANGIRAMANTRĀDAYAH
ப்ரத்யங்கிராமந்திரம் முதலியவை
Substance
Supplemental No. 901. Burnell's No. 12135. Pelm loaf. No. of leaves-27. (1, 199-204, 207-214, 1723, 24-28=27). Script-Tel igu. No. of Granthas-650.
जेत्तयणिद्दितत्तयणिशेहो ।
जनरुरेंत अहाणेति विवेयो हियय परिप्पन्द मे त्तसत्ताणम् ॥
Colophon :
... ...
सकलसुकविज्ञनब्बा ? सर्वलोकावलंबा
परिमल निकुरूंबा भारभा स्वनितंबा | विमलवदनबिंबा विश्वसृग्वक्त्तलंबा रमणगुणकदंचा राजते शारदांबा ||
योगीश्वरपुस्तकं श्यामलादण्डकं पुस्तकम् ||
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