________________
Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra
www.kobatirth.org
Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir
VII ERRATA ET ADDENDA of VOL. V. Page Line for
read 1943 18 एका दीक्षा
एकदीक्षा 19442 दौर्बाह्य
दौळाण्य प्राकुदकोदसाय प्रागुदग्बोदवसाय इदमनु
इदमूनु चित्तिमुक्
चित्तिः स्रुक 1946 यस्माद्भिषा
यस्माद्वीषा
न्यषदता
न्यषदत
अभयकृता
अभयकृत
मृडयता
मृडयत
कृता
मृडयता
मृडयत
कृता
कृत
मृडयता
मडयत
1947
1948
1948
,
15 17
इदमनु सुवीरा तिष्ठते अध्वर्थ स कर्मणां अमीत्
इदमूनु सुवीरो तिष्ठते अध्वयु सर्वकर्मणाम्
"
21
1960
For Private and Personal Use Only