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द्रव्य बादशप्रादेशः व्या(या)मश्च शेष
"
18
Page Line tor 1568
द्रम्म 1571 11 बादशाप्रदेशः
ब्याम 20 Delete (६) before 1578 Last line . षण्ट 1679 ३ गदभेज्या 1581 Last line परिपहसिद्धम् 1682 14 योगापत्य 1586 12 (चा)ऽग्नाय
,, Last line यास्माभिः 1586
नमस्कृत
3 क्रियात्मन् 1587 14
षष्टयौ शः 15907
व्याख्या
8 Vyākhya 1592
हन्यको .16 इत्यपरोऽर्थः 1594 15 2038 1803 22 (No. ) 1688
वा बैनर्चनेति 1889 26
65 1640 22
इ-का बोधकप्राप्ता विषचे
गर्दभेज्या परिग्रहसिद्ध(त्व)म योगापति (चा)ऽम्नाय योऽस्माभिः नमस्कृतं(त:) क्रियात्मन् (त्मा) षष्टयो(पष्ठी)ह्यः वृत्तिा Vritih. हव्यको (वाधुको) इति । अपरोऽर्थः 2037 (No. 28.) देवा वै नर्चनेति 30
16
19
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चोदकप्राप्त्या वियते
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