________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir 56 DESCRIPTIVE CATALOGUE OF MANUSCRIPTS Authorities quoted हयशीर्ष, नृसिंहपुराण, विष्णुधर्मोत्तर, पितामह, छान्दोग्यपरिशिष्ट, कात्यायन, स्कन्दपुराण, कालिकापुराण, विष्णुगुप्त, भविष्पपुराण, गोपथ ब्राह्मग, वराहपुराण, अग्निपुराण, वशिष्ठ, बृहत् पराशर, सौरसहिता, लिङ्गपुराण, शारदातिलक, सौरकाण्ड, गरुड पुराण, आम्नायरहस्य, देवीपुराण, कामिक, नारदीय, स्वायम्भुव, योगशिविर, आथर्वण स्मृति, पैठीनसि, मैत्रायणीय, ब्रह्मपुराण, मरीचि, मैत्रायणीय परिशिष्ट, हरिवंश, मनु, व्यास, शातातप, विष्णुपुराण, विश्वामिल, ज्योतिशास्त्र, बृहस्पति, कुमारहारीत, बुध', etc. End अत्युत्सकौत्सकुल सम्भवसाग्निचिच्च यज्जाधराधरबुधः स्थित उत्कलेषु / तन्त्र रहस्य मयत्रोधयितुं स्वकीये किं जैमिनिस्फुटमलौ कलितावतारः / / विद्याविवेकधिनयादिभिरद्वितीयः तस्यापि सुनुरु दयाय मुरारिमिश्र : नीलाद्रिनाथ चरणाम्बुज सेवकेन तस्थात्मजेन विरचितोयमिह प्रदीपः / / इति ध्वज प्रतिष्ठा समाप्ता। इत्य रेनचिद्वाजपे ये विरचितः प्रतिष्ठा प्रदीरः समाप्तः | It contains a subjeet named मण्डप्रतिष्ठा according to तत्त्वसारafgar, by Miguni Mitra towards the end of manuscript, No colophon. 93 Dh. 45 प्रतिष्ठा (पितामहोक्त) According to पितामह Substance-palm leaf. No. of folia. 190 (15.1"X1,2".) Character Oriya, Date of copy is not given. Incomplete. Condition good. Find spot-Ranapur area, Dist Puri. For Private and Personal Use Only