________________ Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Gना दस. पहियासे 6 त तिमहीज न०नत्तमपंखीसुवणा- कागप्रमुखतयामोटानानाजीव आव्या अ. तथानानातथामोटाअ व०मध्यमपंखी गृहस्थनेघर न.नातनअर्थ होय || अहिंयासए.६ तहेवुच्चावयापाणा जत्तट्टाएसमागया तन चुणीलेताहोयतवारप- त्रासपामेतेमाटे ज.जतनास- गोगोचरीयें प.गयोथको न.नबसे जीनसामानजाएनमे हित प०दीजे 7 पूर्णे गृहस्थनें घुपनमना जयमेव परक्कमे 7 गोयरग्ग पविठोय / ननिसी घरे क.कहेकैथा चण्वतीनकहे विस्तारे चि० अथवान कहेतोनन्नोरहीने अ.नोग धर्मनीपण नही __ वचनमात्रताधुकहे 7 ए.प कर कहं चनपबंधेषण चिठितांणवसंजए 0 अग्गलं फ०झांपाने ककमामने वा अथवा अनलंगीने बारमाने साधु न.ननोनरहे गोचरी फलियंदारं कवामं वाविसंजए अवलंबिया नचिठेना गोयरग्ग लन गो. For Private and Personal Use Only