________________ Shri Maham Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailashsagarsuri i ndir बृ . रमितिमंत्रेणअग्निबीजेनशरीरपापदहनं लमितिमंत्रणपृथिविबीजेनदेहंदृढंक रा.प. त्वावमितिमंत्रेणवरुणबीजेनभस्मोच्चाटनं शमितिमंत्रेणचंद्रबीजेनचंद्रमामृत वृष्टिकरणंतेनशरीरोत्पत्तिविभाव्य // हमितिमंत्रेणकाशबीजेनदेहसुषिराणि / भावयेत् // एकैकबीजंजपेत् // पूरकं१६कुंभकं६४रेचकं३२एवंषट्प्राणायाम सहयंकुर्यात् // // इतिभूतशुद्धिः॥ // अथप्राणप्रतिष्ठामंत्रस्यब्रह्मविष्णुमहे / श्वराऋषयः ऋग्यजुःसामानिछंदांसिप्राणशक्तिर्देवताआंबीजंहीशक्तिःौंकी। लकं प्राणप्रतिष्ठार्थेजपेविनियोगः॥ // इतिसंकल्पः॥ ॥अत्राचमनंप्राणा यामंचकारयेत् // ॐप्राणप्रतिष्ठामंत्रायनमःमूर्ध्नि // ॐब्रह्मविष्णुमहेश्वराय पयेनमः ध्रुवोर्मध्ये // ॐऋग्यजुःसामानिछंदांसिनमःमुखेप्राणशक्तिर्देवतायै / / नमांहदि॥ॐआंबीजायनमःदक्षिणस्तने॥ॐन्हीशक्तयेनमःवामस्तने ॥ॐ 2 For Private And Personal