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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir परिपूरन १०८८ परिमेय परिपुरन- वि० दे० (सं० परिपूर्ण ) परिपूर्ण, परिभ्रमण--संज्ञा, पु. ( सं० ) घूमना, पूर्णतृप्त, अधाया हुआ, भरा हुआ, समाप्त | टहलना, घूमना फिरना, चक्कर लगाना, किया हुआ। पर्यटन। परिपूरित-वि० (सं० ) भली भाँति या परिभ्रष्ट-वि० (सं०) पतित, विनष्ट, गिरा पूरा भरा हुआ, प्रपूर्ण । । हुआ, च्युत। परिपूर्ण-वि० (सं०) (वि. परिपूरित) परिमंडल- संज्ञा, पु. ( सं० ) गोला घेरा। पूर्ण रूप से तृप्त, भली भाँति अधाया या परिमल-संज्ञा, पु. ( सं०) सुगंधि, सुवास, भरा हुआ, सब। संभोग, मैथुन, उबटना, मलना। वि. परिपोषक-वि. (सं०) पोषण-कर्ता, परिमलित। पालने वाला, भरण-पोषण करने वाला। परिमाता-संज्ञा, पु. ( सं०) माप, तौल, परिणाषण-संज्ञा, पु० (सं०) पालना और वि० परिमेय, वि० परिमित । सेना, पालन, पोषण करना। वि० परि-परिमान-संज्ञा, पु. दे० ( सं० परिमाण ) पोषणोय। माप, तौल परिमाण । परिपोषित- वि० (सं० ) पालित, सेवित, परिमार्जक-संज्ञा, पु. (सं०) परिष्कारक, पाला-पोषा हुआ, परिपुष्ट । | परिशोधक, मांजने या धोने वाला परिलव- संज्ञा, पु. (सं०) पैरना, तैरना, परिमार्जन-संज्ञा, पु. ( सं० ) परिष्करण, बाढ़, अत्याचार, नाव । परिशोधन, माँजना या धोना वि. परिमापरिप्लुत-वि० (सं०) डूबा हुआ, भीगा। जनीय. परिमार्जित, परिमृष्ट । परिव्राजक --- संज्ञा, पु० दे० (सं.) संन्यासी, परिमार्जित वि० (सं०) शुद्ध या साफ़ अवधूत, सदा घूमने वाला। किया या माँजा-धोया हुआ, परिष्कृत ।। परिभव-परिभाव-- संज्ञा, पु० ( सं० ) अप- परिमित-संज्ञा, स्त्री. (सं०) सीमा-बद्ध, मान, तिरस्कार, अनादर, पराजय, हार, निश्चित संख्या में, उचित माप में, कम, पराभव, अवज्ञा हेयबुद्धि । थोड़ा, अल्प, संकीर्ण सीमित । परिभाषना-संज्ञा, स्त्री० (सं०) चिंता, सोच, पारी मितव्यय-संज्ञा, पु० यौ० (सं०) निय. ऐसा वाक्य जो उत्सुकता या कुतूहल सूचित मित या समझा बूझा, ठीक ठीक खर्च, करे ( साहि.)। किफायतशारी, कम खर्च, मापः, तोला परिभाषण-संज्ञा, पु० (सं०) निन्दा-सहित हुआ, ठीक ठीक । संज्ञा, स्त्री० परिमित कथन, बुरा व्याख्यान या भाषण । व्ययता। परिभाषा-संज्ञा, स्त्री० । सं० ) परिष्कृत | परिमितव्ययो- संज्ञा, पु. यौ० (सं०) कम भाषा, प्रज्ञप्ति सांकेतिक नियम. स्पष्ट गुण- खर्च करने वाला, समझ-बूझ कर खर्च करने कथन (सं० ) यश-रहित कथन, लक्षण, वाला. किफायतशार। परिचय । परिमिति ---संज्ञा, स्री. (सं०) तौल, माप, परिभाषित - वि० (सं.) भली भाँति कहा सीमा, मर्यादा परिमाण । हुआ, जिसकी परिभाषा की गयी हो। परिमेय-वि० सं०) जो तोला या मापा परिभू-संज्ञा, पु० (सं०) परमेश्वर, भगवान । जा सके, तोलने या मापने के योग्य, थोड़ा, परिभूत-वि० (सं० परि--भू-क्त) पराजित, कम । " माभूदाश्रमपीडेति परिमेय पुरः अपमानित, हराया हुआ। सरौ"-रघु० । For Private and Personal Use Only
SR No.020126
Book TitleBhasha Shabda Kosh
Original Sutra AuthorN/A
AuthorRamshankar Shukla
PublisherRamnarayan Lal
Publication Year1937
Total Pages1921
LanguageHindi
ClassificationDictionary
File Size51 MB
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