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ब्राह्मी की उत्पत्ति
नीचे एक तालिका दी है, जिसे वियना के श्री एस. पेप्पर ने बनाया है। इसमें दोनों लिपियों को आमने-सामने रखकर उत्पत्ति का ब्योरा दिया है। सं. 1,
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3-7, 9, 12, 16, 17, 19-22 स्पष्ट रूप में एक ही हैं । इनके अलावा अन्य अक्षरों के बारे में कमोबेशी मात्रा में संभावना का दावा किया जा सकता है । स्त. I. II में प्राचीनतम फोनेशियन अक्षर और मेसा वाले पत्थर के अक्षर दिखला गये हैं। ये वर्जर के Histoire de l' Ecriture dans L Antiquite पृ. 185
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