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अष्टांगहृदयकी।
विषय अन्य प्रयोग दही की मलाई का प्रयोग अन्य प्रयोग पौष्टिक प्रयोग संभोग विधि शब्दस्पर्शादि का सेवन शब्दादि युक्त स्त्री सेवन योग्य स्त्रीके लक्षण काम शास्त्रोक्त रतिचा बाजीकरण प्रयोग फा त्पादक प्रयोग आत्मसंग्रह अग्निवेश का प्रश्न प्रश्न का स्वरूनय प्रश्न का उत्तर उक्त उत्तर में दृष्टांत उपायसाध्यों को सिद्धत्व
पृष्टांक. विषय
पृष्टांक. ९७९ दैववैगुण्यसे सिद्धत्व न होना
उक्तसिद्धांत का प्रतिपादन चिकित्सा तंत्रके फलत्व में हेतु चिकित्सा में संशय त्याग शस्त्र का अकांड मृत्यु पाश छेदनत्व , चिकित्सा शस्त्र को अमरत्व , भिषक् पाश का त्याग सुवैद्यों की भद्रता चिकित्सा शास्त्र का मंत्र वत्प्रयोग उक्त ग्रंथ का फल इस ग्रंथ को श्रेष्ठत्व
उक्त कथन में हेतु ९८२ आद्य ग्रंथों के पाठ से लाभ न होना ९८७ ९८३ | उक्त कथन में कारण
उक्त कथन में अन्य युक्ति सुभाषित ग्रंथ का आदर संसार का मंगल कामना
इतिश्री अष्टांगहृदयानुक्रमणिका समाप्ता ।
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