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अष्टांग हृदयकी।
७७१
विषय पित्त रक्ताक्लिष्ट में कर्तव्य पक्ष्मसातकी चिकित्सा पक्ष्मसात में भंजन कंफोक्लिष्ट का उपाय लगण का उपाय कुकूणक का उपाय उक्त रोग विरेचन कुचोपरलेप क्वाथ पान लिखित वर्म में परिषेक वमन को श्रेष्टत्व बमन की विधि बमन विरेचन अन्य प्रयोग अन्य बर्ती पक्ष्म रोध चिकित्सा अशांति में दाहादि सांधिरोगो का वर्णन कफनावका लक्षण उपनाह के लक्षण रक्त सव के लक्षण पर्वगी के लक्षण पूयास्त्राव के लक्षण श्यालस के लक्षण मलजी के लक्षण कृमि ग्रंथि के लक्षण शस्त्र साध्या साध्य रोग शुक्ति का रोग शुक्लार्मक के लक्षण बलास प्रथित के लक्षण पिष्टक के लक्षण शिरोत्पात के लक्षण सिरा हर्ष का लक्षण लिराजाल का लक्षण शोगितार्म के लक्षण
पृष्टाक; | विषय
पृष्टांक, अर्जुन के लक्षण
७७४ प्रस्तधर्म के लक्षण प्रस्तायम के लक्षण स्लाम के लक्षण अधिमांसार्म के लक्षण सिरासंज्ञक पिटिका उक्त तेरह रोगों की साधन विधि वर्जित रोग क्षत शुक्रक का लक्षण शुद्ध शुक्र के लक्षण आज का लक्षण सिरा शुक्र के लक्षण तीव्र वेदना युक्त शुक्र वज्यं शुक्र कृष्ण मंडलगत रोगों की संख्या उपनाह की चिकित्सा सधिरोग लेखादि पूयालस की चिकित्सा अन्य प्रयोग कृमि नाथ का उपाय शुक्लाख्य रोग का उपाय कफ ग्रंथित और पिष्टक अन्य प्रयोग शिरोत्पात का उपाय उक्तरोगों में विशेषता अर्म की चिकित्सा अर्म में शस्त्र चिकित्सा छेदन की गति छेदनान्तर बंधनादि तिमिरादि पर अंजन तिमिर नाशक अंजन सिराजाल की चिकित्सा शुक्र की चिकित्सा
क्षत शुक्र में पवधूत पानादि ७७४क्षत शुक्र नाशक पत्ती
दांतो का बत्ती
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