SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 61
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir अष्टांगहृदयकी। विषय. पृष्टांक. ७३० ७२१ पृष्ठांक. | विषय. शौनक कामत ७१८ सत्रमा सूत्रस्थापन पाक के लक्षण दांत निकलने पर कर्तव्य स्नेह पाक का अन्य लक्षण वालक को मोदक पाक के तीन भेद सोम्यौषध मान संज्ञा ७१९ बालक को त्रास निषेध नीले सूखे द्रव्यों की योजना . वस्तादि द्वारा रक्षण अनुक्त द्रव में पानी की योजना , घृत पान विधि द्रव्य में अनुक्त परिमाण में कर्तव्य , अन्य प्रयोग वाटकादि संज्ञा सारस्चत घृत शेल भेद से द्रव्य विशेष अन्य घृत चार योग उत्तरस्थानम् । वचादि का प्रयोग प्रथमोऽध्यायः ॥ द्वितीयोऽध्यायः। जनाने ही बालक का शोधन स्वस्थीभूत बालक के कर्म त्रिविध बालक तालु उठाने की विधि शुद्ध द्धके लक्षण अन्य अवलेह ७२२ बातदुष्टदूध के लक्षण गर्भाग वमन पित्तदुष्ठ के लक्षण बालक का जात कर्म कफ दुष्ट दूध के लक्षण स्तन्य प्रवर्तन में हेतु सान्निपातक द्धके लक्षण बालक का प्रथम दिन का बर्तन उक्त दूध पीने के लक्षण दूसर तीसरे दिन की विधि रोने से पीडा का ज्ञान उत्तम स्तन्यका प्रकार अवयब विशेष मेरोग स्तन्यनाश का कारण सिर की पीड़ा का ज्ञान दूधको रोग का हेतुत्व धात्री का उपचार दूधके अभावमें कर्तव्य वातनाशक घृत छटीरात का विधान घालक के लिये अवलेह दसवें दिनका कर्तव्य पित्त दूषित स्तन्य में चिकित्सा आयु परीक्षा घी और अवलेह बालक का माणिधारण ७२४ कफात्मक स्तन्य की चिकित्सा पांचव छटे महिने में कर्तव्य घाव की बमन कर्ण व्यध का काल त्रिदोष दुष्टस्तन्य के उपद्रव कर्णव्यध कीरीति उक्त रोग में चिकित्साक्रम सिराव्यध मे रागादि अन्य उपाय रागादि की चिकित्सा ७२५ पाठादि का प्रयोग उचित स्थान में विधने का फल अनुबंधानुसार चिकित्सा ९ A For Private And Personal Use Only
SR No.020075
Book TitleAshtangat Rudaya
Original Sutra AuthorN/A
AuthorVagbhatta
PublisherKishanlal Dwarkaprasad
Publication Year1867
Total Pages1091
LanguageSanskrit
ClassificationBook_Devnagari
File Size26 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy