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२८९ अमतसागर तथा प्रतायसागर तरंग १५ पासूउपजी५रक्तविदधी५ अथवायकाविधीकोलक्षण लिष्यते वासोईकालीहोय अथवा लालहोय क्षरोक,थोडी होय जानेंउठताहीनानाप्रकारकापकिवाहोय येजीमैंलक्षण होय तीनवायकीक्दियाकहीजे अथपित्तकाविधीको लक्षगलिष्यते वासोईपक्यागूलरिकाफलसिरीसाहोय अ रकालाहोय जुरदाहनेलीयांहोय अरयासोईततकालपकि जाय येजांमेलक्षाहोयतीनेकफकीविधीकहिजै अ थसन्निपातकाविधीकोलक्षरालिष्यते जींसोई,नाना प्रकारकावर्गहोय अरजामैनानाप्रकारकास्रावहोय अरवा सोईगलाकागांतीकनेहोय अरवासोईघिसमहोय कदेतो घटकदेकवथै अरवावडाहोय अरकोपकिवोभाषसमहीं छैकदेकतोगीपकै कदेकमोडीपकैयेजीमेंलक्षणहोयती नैसन्निपातकाविधीकहिजे४ अथचोटलागिवाकीवि द्रधीकोलक्षालिष्यतेजीस्थानमैचोटलागै उठेहीपित्त मैंयावायहेसोपितसंयुक्तलोहानैविगाडै पाछे उठेसोईनैक रिअरजुर तिसराह पायउपजावै अरविड्थ मैपित्तका भीलक्षणमिले येजीमैंलक्षणहोय तीनैचोटलागिपाकीउप जीविधीकहीजे ५ अथरतविधीकोउक्षगलिष्यने वासीईकालाहोय अरमैफोडापगाहोय अरमैपीड दा इजरयेभाहोय अरपित्तकीविधाकाजामसर्वलक्षाहोय तानेरक्तविधीकहिजे अथसाध्यप्रसाध्यजाणिवाके वास्तैअंतरविद्रधीकोलक्षएालिष्यतेजुराजुदा अथवामि त्यासावायपित्तकफहँसोऊपथ्या कोपळूमाप्तिहवाथका
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