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चिकित्साका अभ्यास
युवाकाल की वैसी ताजगी नहीं देख पड़ती जैसी कि चाहिये। लेकिन यदि हम यह ध्यान रखें कि साधारणतः युवावस्था कैसी ताजगी होनी चाहिये तो हमें थोड़ा ध्यान देनेसे ही यह पता लग जायगा कि उसके सिरका चोटीवाला हिस्सा कुछ अधिक बड़ा है। ____ अब हम उसके रोगकी व्योरेवार पहचान आगे लिखते हैं। उसके पीठमें कोई बादीपन नहीं है, उसके चेहरेके चारों
ओर जो अलग करनेवाली लकीर है वह जैसी चाहिये वैसी हो है इससे शायद आप कह सकते हैं कि उसके सामनेकी ओरमें भी कोई बादीपन नहीं है पर ध्यानपूर्वक देखनेसे हमें पता लग सकता है कि उसकी गरदनकी बाई ओर गांठे पड़ी हुई हैं। जब वह अपना सिर एक ओरको मोड़ता है, यह गांठे और भी स्पष्ट हो जाती हैं, जब वह अपना सिर पीछेकी ओर झुकाता है तो हमें उसके सामनेकी ओर बहुत अधिक सूजन और तनाव दिखलाई देता है। इस तरह हम देखते हैं कि उसके न सिफ बाई ओर बल्कि सामनेकी ओर बादीपन खराबी पैदा कर रहा है। ___अब हम समझ सकते हैं कि जैसा हमलोगोंने पहिले ख्याल किया था उससे अधिक बादीपन उसमें है। उसके शरीरमें 'विजातीय द्रव्य स्पष्टरूपसे ऊपरकी ओर दबाव डाल रहा है और भीतरकी ओर बहुत ज्यादा गरमी मालूम पड़ रही है। सड़ा हुआ विजातीय द्रव्य किसी कदर माथेतक पहुँच गया है, उसका
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