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आकृति निदान क्या है
११ विनातीय द्रव्य पहले तो भरसक शरीरमें नहीं पहुँचता। अगर
अकस्मात् पहुँच भी जाता है तो जल्द बाहर निकाल दिया जाता है, क्योंकि प्रकृतिने शरीर में ऐसी रचना कर रखी है कि यदि कोई हानिकारक पदार्थ भीतर चला जाय तो फौरन निकाल बाहर किया जाय। ___ स्वस्थ शरीरकी अंतड़ियां, गुर्दे, चमड़े और फेफड़े निरर्थक वस्तुको दूर करते रहते हैं। पर यदि बहुत अधिक विजातीय द्रव्य शरीरके अन्दर चला जाता है तो अंतड़ियां, गुर्दे, फेफड़े वगैरह से पूरी तरहसे नहीं निकाल सकते और विजातीय द्रव्यका कुछ हिस्सा भीतर रह ही जाता है ।
अधिकतर बच्चे गर्भावस्थामें ही विजातीय द्रव्यसे बहुधा इतना लद जाते हैं कि वे बीमार ही पैदा होते हैं। इस तरहके बहुतसे बालक बचपनमें ही मौतके शिकार बन जाते हैं। ____ बच्चेको आरम्भमें क्या खुराक दी जाय प्रश्न बड़े महत्वका है। भोजन प्राकृतिक होगा तो शरीर भी प्राकृतिक रूपसे बढ़ेगा। बच्चे के लिये प्राकृतिक भोजन केवल माताका दूध है। पर दुर्भाग्यवश बहुतेरे बच्चोंको माताका दूध नसीब नहीं हो सकता क्योंकि प्रायः माताओंका शरीर विजातीय द्रव्यसे इतना भरा रहता है कि दूध बिलकुल पैदा नहीं होता। ऐसी दशामें माँके दूधके बदले कोई दूसरी चीज देनेकी जरूरत पड़ती है पर दूसरी कोई चीज माताके दूधकी बराबरी कभी नहीं कर सकती। पैदा होनेके बाद पहले कुछ महीनेतक तो बकरो या गायका बिना
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