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आकृति-निदान चित्र १२-सामने और बगलवाला बादीपन
सिर बहुत कुछ स्वाभाविक प्रकारका है। माथा, आँख, नाक और मुहकी आकृति स्वाभाविक प्रकारकी है । चेहरेको गरदनसे जुदा करनेवाली लकीर भी स्वाभाविक प्रकारकी हे गरदन बहुत बड़ी, सूजी और कड़ी है। बादीपन सिर्फ गरदन तक पहुँचा है जिससे घेघा पैदा हो गया है। सिर बादीपनसे करीब करीब बिलकुल हो
खाली है। चित्र १३-सामने और बगल वाला बादीपन (जिस स्त्रीकी तस्वीर नं०१२ में दी गयी है उसीकी लड़की ) सिर कुछ ज्यादा बड़ा है। माथेमें चरबी होनेसे वह कुछ कुछ गद्दीकी तरह मालूम पड़ता है। आंखें संकु. चित हैं। नाककी आकृति स्वाभाविक प्रकारकी है। मुह कुछ कुछ खुला है। चेहरेको गरदनसे जुदा करनेवाली लकीर स्वाभाविक प्रकारकी है । गरदन बढ़ा हुई है और उसमें घेघा भी दिखलाई पड़ता है। बादीपन आम तौरपर जितना मांके बदन में है उतना ही इसके बदन में भी है, पर कुछ कुछ विजातीय द्रव्य इसके सिर में भी पहुंच गया है।
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