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बादीपनका इलाज.
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कुछ लिखा गया है वह केवल मेरा ही विचार है । यह विचार इस बात को समझानेके लिये यहांपर लिखा गया है कि वर्ष और दिन के उत्तेजना और शांति देनेवाले जो दो भाग हैं वे किन कारणों से पैदा होते हैं। आशा है पाठकगण इसपर विचार करेंगे और खूब अच्छी तरह विचारनेके बाद तब मेरे मतका - खंडन या मंडन करेंगे ।
मस्तिष्क विद्याके साथ श्राकृति-निदानका
सम्बन्ध
मस्तिष्क - विद्याका सम्बन्ध भी मनुष्यके सिरकी प्रकृतिके साथ है, इसलिये मैं यहां कुछ शब्द इस बारे मैं भी लिखना चाहता हूं कि प्रकृति - निदान के साथ मस्तिष्क विद्याका क्या सम्बन्ध है ।
मस्तिष्क-विद्या पहले हीसे इस बातको मान लेती है कि दिमागका हर एक एक हिस्सा कोई न कोई खास मानसिक शक्तिका स्थान है । इसलिये अगर कोई हिस्सा उचित अधिक बढ़ा हो तो ऐसा ख्याल किया जाता है कि उस हिस्से में रहनेवाली : शक्ति उतनी ही ज्यादा बढ़ी हुई होगी ।
मैं यहां इस प्रश्नपर विचार नहीं करना चाहता कि मस्तिष्क विद्या का हर एक पहलू सत्य सिद्धान्तोंपर स्थित है या नहीं, पर - यह बात बिना किसी संशयके कही जा सकती है कि यदि मस्तिष्क
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