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आकृति निदान
यदि पाचन- - शक्ति निर्बल हो जाय तो हमें उसे फिरसे सुधारनेका उपाय करना चाहिये । शरीर जितना भोजन पचा सकता हैं उससे अधिक भोजन शरीरमें कभी न पहुँचाना चाहिये । यदि हम अपनी पाचन शक्तिको प्राकृतिक रूपसे ठीक कर लें तो कुछ समय में शरीर आप ही आप दृढ़ हो जायगा और उसीके साथ हमारी जीवन शक्ति भी बढ़ जायगी ।
जिन बातों से हमारी पाचन शक्ति ठीक रह सकती है अब उनके विषय में हम कुछ लिखना चाहते हैं ।
( २ ) क्या खाना चाहिये ?
इस विषय में मैं अपने नये आरोग्यसाधनमें विस्तार पूर्वक लिख चुका हूँ पर यहां कुछ मुख्य मुख्य बातों पर ध्यान दिलाना चाहता हूँ ।
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भोजन हमारी प्रकृतिके अनुकूल होना चाहिये । प्रकृति के विरुद्ध कभी कोई चीज न खानी चाहिये । इसीलिये मैं मांस खाने के पक्ष में नहीं हूं, क्योंकि अप्राकृतिक है नये आरोग्य साधनमें भोजन प्रकरण देखिये ।
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प्रकृति ने हमें दांत इसलिये दिये हैं कि हम भोजनको चबाकर निगलें | इससे यह सिद्ध होता है कि हमें खासकर ठोस भोजन खाना चाहिये, पर मैं किसी तरह इस बातकी सिफारिश नहीं कर सकता कि सूखे फल खाये जायं १ जिन लोगोंको अनपच रहता हो उन्हें तो खास तौरपर यह बात
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