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मैत्राउमाचपावहिनी॥ आमेयादिक्रमेणेवशारचा स्तं प्रतिष्ठिताः॥१॥ ॐ नंदि न्यैनमः नंदिनींआवा०॥७॥ ॐ नलिन्यैन नलिनीआ०॥८॥ ॐ मैत्रायै- मैत्रांआ, ॥९॥ ॐ उमाये. उमाआ० ॥१०॥पशुवर्धिन्ये पशुवर्धिनीआ०॥११॥मनोजूतिरि तिप्रतिष्ठाप्यसर्वासातंत्रेणषोडशोपचारैः पूजनं ॥ ॐ पूर्सवः स्वः नंदिन्यादिमंडप मानृत्योनम: आवाहनादिषोडशोपचारैः पूजयेत्॥अनयापूजयानंदिन्यादिमंड पमातरः पीयंतां॥ ॥ ततोगीर्यादिमानरोवंशपापीतपटंप्रसार्यतदुपरिकुंकुमा |दिनालिखित्वावाक्षतपुंजेषुपूगीफलेषुनिवेश्याः॥ ॥ तत्रायंक्रमः॥गौरीपद्माश
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