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-सन्निपातभेदप्रदर्शिकातालिका___ कण्ठकुब्ज | रक्तष्ठीवी शीताङ्ग । अभिन्यास | विभु
फल्गु
मकरी । विस्फुरक । शीघ्रकारी । कफ्फण भालुकितन्त्रिय समिपात विशेष
.. अरुचि
तीव्र ज्वर के साथ तीव्र ज्वर के साथ
शीतज्वर क्षुधा ज्वर, ग्लानि । वरघोर बहिज्वर तीव्र जर के साथ ज्वर अन्तर्दाह
| अन्तःवर पर्वभेद | शीत ज्वर गौर
पार्श्वनिग्रह शिरो- पार्श्वशूल, दृष्टिक्षय, शिरःशूल तथा रक्तष्ठीवन और तीव्र ज्वर हो या नह अतीव मोह या पर
बहिःशीत दक्षिण गौरव आलस्य पिण्डिकोटेष्टन भव
गौरव नाभिपार्श्व | आलस्य अरोच शूकावृत कंठ और त्वचा पर लाल
निद्रता चेष्टानाश तालुशोष -
पार्श्वतोद उरोग्रह मन्यास्तम्भ कटि- साद सरक्तविणमूत्र
शूल स्विनाशुप्रः तृप्ति हृद्ग्रहष्ठीवः गलरोध हनुस्तम्भ
शीतल शरीर मकता खिग्धमुष्णतः चकत्ते
। शिरःशूल कण्डू
वस्तिशूल | गटस्तिमाल वृद्धि स्रोतों में रक्त मुखमाधुर्य
___ का प्रवर्तन वातपित्त । पित्तवात । वातपित्त त्रिदोत्र वातपित्त । कफपित्त
| कफवात । वात
पित्त
कफ + +++++
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