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(१) हृदय का स्नहिक निपावन
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( २ ) हृदय का स्नैहिक विहास
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हृत्पेशी में स्नेह की अत्यधिक भरमार स्पष्ट दिख रही है ।
यह चित्र हृदय के स्नेहिक विहास को प्रकट करता है । हृत्पेशी अपारदर्शक और पाण्डुर हो गई है उसमें इतस्ततः पीले धब्बे मिलते हैं।