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301. j
गरुडोपनिषद्
No. 299
Size— 81⁄2 in. by 4 in.
Extent. - foll. 26 to 42; 7 lines to a page ; 30 letters to a line.
Description. See No.
132 (1). 1880-81.
• Yogaśikhopanisad.
Age. — Samvat 1853. Begins. fol. 2b
Ends.- fol. 4"
ॐ ब्रह्मविद्यां प्रवक्ष्यामि ब्रह्मा नारदाय नारदो बृहत्सेनाय etc.
गारुडोपनिषद्
No. 300
Upanisads
सहस्रं ब्राह्मणान् ग्राहयित्वा मनसा मोक्षपति मनसा मोक्षयतीत्याह भगवान् ब्रह्मा आह भगवान् ब्रह्मेति गारुडोपनिषत् ॥ इत्यथर्ववेदे गारुडोपनिषत्समाप्ता ॥
Begins,— fol, rb
Garudopaniṣad 132 (2).
1880-81.
199
Ends. fol. 3b
Size.— 92 in. by sg.in
Extent.— foll. rb to 3 ; 14-15 lines to a page ; 36 letters to a line.
Description. See No.
487 (1). 1882-83.
Iśāvāsyopanişad.
गारुडोपनिषद्
No. 301
Gāruḍopanisad
487 (102).
1882-83.
ॐ श्रीमद्विश्वाधिष्ठान परमहंस सत्गुरु रामचंद्राय नमः ॥ ओं भई कर्णेभिरिति शांतिः ॥
ओं गारुढ ब्रह्मविद्यां प्रवक्ष्यामि etc.
सहस्रं ब्राह्मणान्ग्राहयित्वा मनसा मोचयेत् । सर्वे जलेन मुंचति काष्ठान्चतीत्याह भगवान् ब्रह्मेत्युपनिषत् || ओं श्रीमद्विश्वाधिष्ठान परमहंस सद्गुरुरामचंद्रार्पणमस्तु || गारुडोपनिषत्समाप्ता ॥ श्री ॥ ६ ॥
Garudopanisad 10 (45).
1882-83.
Size— 1o in. by 6in.
Extent. foll. 84 to 84b; 12 lines to a page; 32-35 letters to a line.