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Upanisads
[ii. युयोध्यस्मज्जुहुराणमेनो भूयिष्ठांते नमउक्तिं विधेम || ___ पूर्णमदः पूर्णमिदं शिष्यते ॥ ॐ शांतिः शांतिः शांतिः ॥ ३ ॥ इती श्रीईशावास्योपनिषत्समाप्ता || श्रीकृष्णार्पणमस्तु
॥७॥७॥७॥ References.-(I) Mss.-A-Aufrecht's Catalogus Catalogorum :
i, 60%; ii, 190°; iii, 14.
B-Descriptive Catalogues :— Bikaner Mss. Cat. No. 247 ( with com.).
(2) Printed Editions :- Repeatedly printed.
ईशावास्योपनिषद्
Īsāvāsyopanişad No. 144
30 (2).
A 1881-83 Size.- 9} in, by 3 in. Extent.- foll. 46 to 76; s lines to a page; 28 letters to a line. Description. - See No. 30 :- Kaivalyopanisad. Begins.- fol. 40
ॐ नमः परमात्मने || ॐ सहनाववतु सहनौ भुनक्कु सहविर्य करवावहै तेजस्वीनावधीतमस्तु मा विद्विषावहै ॥ ॐ शांतिः शांतिः शांतिः हरिः ॐ शांतिः॥ ॐ नमः परमात्मने ।।
पूर्णमदः पूर्णमिदं पूर्णात्पूर्णमुदच्यते ॥
पूर्णस्य पूर्णमादाय पूर्णमेवावशिष्यते ॥ etc. Ends:- fol. 70
ॐ पूर्णमदः पूर्णमिदं पूर्णात्पूर्णमुदच्यते ॥ पूर्णस्य पूर्णमादाय पूर्णमेवावशिष्यते ॥ १९ ॥ ॐ शांतिः शांतिः शांतिः ॥ ईशावास्यमिदं पूर्ण ॥