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Kalpasūtras परिशिष्टानि
Parisiştāni No. 642
1884-86 Size -98 in. by 4g in. (foll. 67-82)
___98 in. by 3 in. (foll. 111-174) Extent -48 leaves; 8-9 lines to a page; 25-30 letters to a line. Description-Country paper; Devanagari characters with पृष्ठमात्राs; old
in appearance; handwriting careless and not uniform but clear and legible; borders rukd in double black lines; red pigment used for marking the portion; edges worn out; folios number red in right-hand margins; foll. 1-66, 73, 75-77, 83-110, 122
130. 132, 136-152, 154 missing; incomplete. Age - Samvat 1471 Author -- Not mentioned Begins abruptly - fol. 67a
...न समश्नुत इति ॥छ। बृहल्लाहोमः समाप्तः ॥ छ ।
नुदेवाश्च ऋषयश्चैव पीढ्यमाना महासुरैः । मृत्युना व्याधिभिश्चैव ब्रह्माणमिदमब्रुवन् । कर्मणा केन देवेश मृत्युाधिश्च जीयते ।
ऐश्वर्य प्राप्यते वापि स्थानं च परमं प्रभो । etc. fol. 824 इति परिशिष्टानां पूर्वार्द्ध समाप्तमिति ॥छ।। श्रीरस्तु ॥ कल्याणं भूयात्
स्वस्तिश्रीसंवत् १४... वर्षे पौषकृष्ण एकादश्यां रविवासरे ॥ आभ्यंतरनागरज्ञातिपंचुली विश्रुपसुत पं. । वसीष्टसुत पं । लहूभासुतपठनार्थ । विनायक
लिषितं ब्रह्मार्पणमस्तु ।। शुभंभवतु। fol. 1204 इति परिशिष्टानां पूर्वार्द्ध समाप्तमिति । छ।। एवं ॥श २५७ खांड ।।
सर्वांके ॥छ। स्वस्ति संवर्त : ४७१ वर्षे फाल्गुन वदि ६ षष्टयां शुक्रे॥ Ends abruptly - fol. 1740
समुच्चय प्रायश्चित्तानि । ब्रह्मर्च विधि :।। पैठीनसिस्तडागविधिः ।। पाशु. पतव्रतविधिः ॥ संध्योपासनविधिः ॥ स्नानविधिः॥ तर्पण...
Pavamānadipikā
पवमानदीपिका
No. 643 Size - 103 in. by 4g in.
1902-1907