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काव्यशास्त्र-पिंगल
३०१
वेष्टन
ग्रंथ
ग्रंथकार
भाषा
रचना-लिपि-काल
पूर्ण या अपूर्ण
कागद
संख्या
पृष्ठ एवं आकार | विशेष विवरण
काल
प्रथ-संख्या
भिखारीदास
१७६६ वि. १९०४ वि०
हिन्दी
नया
|
७२:
९x४||"
१९७९ | छंदार्णव ४२३९ १३६१ | (पिंगल-ग्रंथ)
पुराना
| २६:
१०x४॥"
सुमनेश कायस्थ
| १८७६ वि०
७९:
१३x"
१३६१ | पिंगल-काव्य-विभूषण २१६७
पिंगलछंद-वृति ३०३१ १५ | १३२८ पिंगलरूप-दीपक
२०३४
हलायुध
१९२२ वि०
नया
|
५२: १२४६॥"
भवानीदास
१७७६ वि०
| पुराना
२४ : १०॥४६॥"
पिंगल-सार
लालकवि
|
- | १८०६ वि०
९४५"
१७
भाषा-पिंगल
१३०८ १९७८
गंगादास
१२७६ सा०
११:
४४॥"
१६३८ मालापिंगल-छंद (सूची सहित) ३२४२,२
चिंतामणि
१६००वि. १८८४ वि०
६३: ११॥४८॥" | प्रतिलिपि
१९ | १८३५
३४६८
रामरसायण-पिंगल
भगवतदास, स्वामी
| -
१८६७ वि०
३५: ११४४॥"
७८२ | रूपदीप-भाषा ९७४
१७७६वि.
-
"
१२ः १०४६॥"