________________
viii ]
Works and their Sections
See नि (p. 240).
निरयत्रिमत्ति IV, 222, 24 निरयाबलिया III-513, 13. निर्वाह कर्तृश्लाघा (s. VIII of Pravrajyāvidhānavivrti ) IV-209, 15 निशीथ II - 196, 22, 267, 5; 283, 1; 284, 7; 284, 8; 289, 8; 289, 16; IV-181, 21. See आयारपकप्प (p. 232 ), णिसीह (p. 238 ) and प्रकल्प (p. 242 ). निशीथचूर्णि II - 155, 19; 188, 21; 197, 2; 220, 13; 220, 15; 233, 20 निशीथभाष्य II - 283, 27 निस्सीह III-513, 9. See आयारपकप्प (p. 232 ) and जिसीह ( P. 238 ). नुकार III 370, 18. See नवकार (p. 240 ) . नृत्वदुर्लभता (s. I of Pravrajyāvidhānavivrti ) IV - 208, 26 नोमुकार III - 368, 3. See नवकार (p. 240 ) and परमेष्ठिमन्त्र (p. 241 ) •
प
See आयापकप्प (p. 232 ) and णिसीह
See प्रत्याख्याন
——
{
पकप्प II - 16, 9; 18, 1. (p. 238 ). पञ्चक्खाण (the 9th पुत्र, s of दिट्टिवाय ) III-495, 12. (p. 242 ).
पञ्चकष्प II-253, 7. See पणकप्प (p. 241 ). पञ्चकल्प Il-257, 23
पञ्चपरमेष्टि (ष्ठि) महामन्त्र III - 364, 12. परमेष्टिमन्त्र (p. 241 ). पश्चमङ्गलसुयक्खन्ध II - 32, 24; 32, 29 पञ्चाशक III - 296, 2; 485, 19 पश्चाशकवृत्ति 1V-194, 20 पडिकमणासूत्र IV - 192, 4
पडकमा (म) णसूत्र IV-199, 11
See नवकार (p. 240 ) and
पणकप IV-222; 24 22225. See पञ्चकम्प (p. 241 ) .
पति I-174, 27. See भगवई (p. 243 ), भगवती (p. 243 ), विवाह (p. 246 ), विवाहपण्णत्ति (p. 246 ), विवाहप्रज्ञप्ति (p. 246 ) and विवाहप्रज्ञाप्ति (p. 246 ).
241
पण्णवणा II - 292, 1. See पनवणा (p. 241 ), पन्नवणा (p. 241 ) and
प्रज्ञापना (p. 242 ).
पावागरण II - 292, 15
पन (न) वणा I - 221, 10. See quo (p. 241 ).
पनबणा IV-227, 5; 261, 10
पमायठाण (s. XXXII of Uttarajjhayana ) III-58, 2; 67, 11
मायमाय II - 293, 1
परमेष्टिमन्त्र IV-241, 21. See नवकार (p. 240 ) .
{
परीषाध्ययम (s. II of Uttarajjhayana ) III - 30, 16; 83,22 परीसह III - 57, 25; 67, 4
परीसह ज्झयण III - 83, 24 31 [J. L. P.]