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VIII ] Proper Names of Monks & Nuns
207 श्रीचन्द्रसूरि ( pupil of वीरगणि & guru of यशोभद्रसरि ) ( commen.
tator of पक्खियसत्त ) 1-372, 21; III-321, 14; 521, 6; 521,
10,528,3 श्रीचन्द्रसूरि ( successor of प्रभानन्द & predecessor of जिनभद्रमूरि )
IV-168,7 श्रीपति (कोष) (c. Samvat 1607 ) I-320, 23 श्रीप्रभु(भ)मरि ( guru of माणिक्यप्रभसूरि ) 1-375, 13 श्रीमती ( nun? ) III-263, 9%; 263, 10; 263, 12 ; 266, 14; 266,
__15; 266, 173 270, 29 श्रुतनिधान (पण्डित) (c. Samvat 1625) I-117, 1-2 श्रुतसागरगणि ( pupil of धर्मसागरगणि & guru of शान्तिसागरगणि) II
154,63; 154,9; 154, 12; IS4, 18-19; 157, 2 ; 158, 9-10
बिमाविजय (c. Samvat 1818 ) II-84, 8 पेतसी ( pupil of माणिक्यहंस, pupil of सुखहेमजीगणि) IV-55,25 पेमसुन्दर (ऋषि) I-168, 31
संयमरत्नगाण (guru of विवेकचन्द्र ) (c. Sarivat 1611 ) II-267, 17 संयमरत्नसूरि (guru of जयरत्नगणि) (c. Samvat 1651 ) III-5, 17 सकलचन्द्रगणि ( devotee of होरविजयसरि & gurt of शान्तिचन्द्रगणि )
___I-224,4; 224, 16 ; 226, 16 सकलचन्द्रगणि (खरतर ) ( pupil of जिनचन्द्र & guru of समयसुन्दर )
__IV-187,8 सकलहर्ष (pupil of विनयराज & guru of विनयविमल ) (c. Sarmvat ___1728) I-163, 30 सान्चन्द्रगणि (guru of लालचन्द्रगणि) (c. Samvat I781 ) III-345,25 सङ्घन्दासगाण (क्षमाश्रमण) (commentator of कप्प) II-239, 243
___240, 14 सञ्जमविसाल ( पण्डित ) III-88, 17 'सञ्जय III-64, सत्यमित्र (c. Vira Sarivat 1000 ) II-100, 16 सत्यविजय ( pupil of दानकुशल & guru of कर्पूरभद्र ) I-349, 9
1 Is be a house-holder ?