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Jaina Literature and Philosophy
[ Appendix
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'तपा (गण) I-197, 15; 202, 9, 218,57 224, 1; II-104, 22; 104,
27%3 105,32106, 20; II4, 293 15, 33 IIS, 103; 156, 6%3B 223,6; 223, 133; III-12,26%
349,7376,233 263, 15, 266 21; 301, 22; 388, 22; 390, 7; 453, 53 507, 6 'तपो (गण ) II-293, 25; IV-120, 26 तव (गच्छ ) IV-149, 253 थारापद्र (गच्छ ) I-323, 8; III-21,7371, 23 देवसूर (गच्छ ) III-41,1 नागपुरीयतपा (गच्छ ) IV-121, 20; 135, 20 नागपुरीयतपो (गण) III-168, 28 नागोरील(लं)का (गच्छ ) IV-132, 17-18 निवृत(ति)(क) (कुल) 1-88, 1; 122, 12, 149, 273165, 20 पल्लीवाल III-123, 28 पूर्णिमा ( पक्ष ) 1-375, 25; same as राका. प्रश्नवाहन (कुल ) II-324, 25 बृहत्खरतर ( गच्छ) I-18, 1; 19, 20; II-172, 8; 218, 10; III-119,
24. 5. खरतर. बुहत ( गच्छ ) I-341, 25; III-21, 20 बृहत्तप III-522, 26. S. तपा & वृद्धतपा. बृहत्तपा (ग) I-5, 28; 7, 3; IV-210, 21. S. तपा, वृद्धतपा & वृद्धतपो. भीमपल्लीय (गण) I-256, 20 मेरा (गच्छ ) 1-73, 23 राका (पक्ष ) I-256, 13; same as पूर्णिमा. रुद्रपल्लीय (गच्छ ) 1V-167, 31 लङ्का (गच्छ ) I-302, 14; 339, 29; II-287, 8 लुम्पाक I-227, 28 वज्र ( शाखा ) II-134, 23. S. वात्री (शाखा) & वैरी (शाखा), घट (गछ) I-338, 14 घट (गण) I-224,33 बाज़ी ( शाखा ) IV-167, 12. S. वन (शाखा) & वैरी (शाखा ).
I For तपागणी see III-269, 7. 2 For नागपुरीय. see p. 168. 3 For बृहत्तप, बृहत्तपा, वृद्धतपा, वृद्धतपो०& वृहत्तपा see pp. 168 & 169