________________
755.1
Upanigads ब्रह्मविद्योपनिषद्
Brahmavidyopanişad
27 (3).. No. 754
1895-98 Size - 101 in. by 5t in. Extent - Ja to 90 leaves; 12 lines to a page; 35 letters to a line. Description - See No. 27 (1)/1895-98; Mundakopanisad.
Begins - fol. ga
॥ॐ ब्रह्मविद्या प्रवक्ष्यामि सर्वज्ञानमनुत्तमं
___ यत्रोत्पत्तिं लयं चव ब्रह्मविष्णुमहेश्वराः etc. Ends-fol.90
ध्रुवं हि चिंतयेद् ब्रह्म सोमृतत्वाय कल्पते सोमृतत्वाय कल्पत इति १ इत्यथर्ववेदे ब्रह्मविद्योपनिषत्समाप्ता तृतीया ३॥
ब्रह्मविद्योपनिषद्
Brahmavidyopanisad No. 755
17(8)
1891-95 Size – 99 in. by 44 in. Extent-1 leaf; 10 lines to a page; 32 letters to a line. Description - See No. 17 (1) / 1891-95 Cūlikopanişad. Begins — fol. 1a
ॐ ब्रह्मविद्यां प्रवक्ष्यामि सर्वज्ञानमनुत्तमं ।
यत्रोमिति लयं चैव ब्रह्मविष्णुमहेश्वराः etc... Ends-fol.10
ध्रुवं हि चिंतयेद् ब्रह्म सोमृतत्वाय कल्पते । सोमतत्वाय कल्पते इति ॥
इति ब्रह्मविद्योपनिषत्समाप्ता ॥ ३ ॥
7 [Upanisads]