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Upanipada
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हंसोपनिषद्
Hafnsopanisad
18(9) No. 1057
1916-18 Size - 9} in. by 5f in. Extent-3 leaves ; 11 lines to a page; 25 letters to a line. Description-Country paper; Devanagari characters%3 handwriting
clear, legible and uniform; complete.
Begins - fol. 10
श्रीगणेशाय नमः॥ गौतम उवाच भगवन् ब्रह्मवित्ब्रह्मसर्वशास्त्रविशारद ॥
ब्रह्मविद्याप्रबोधो हि केनोपायेन जायते ॥१॥ Ends -- fol. 3a
स्वयज्योतिः शुध्दो बुद्धो नित्यो निरंजनः शांतप्रकाश इति । ॐ वेदप्रवचनं वेदप्रवचनमिति ॥ इति हंसोपनिषत्समाप्तिमगमत् ॥छ । श्रीलक्ष्मीनारायणार्पणमस्तु॥छ॥ ॥ श्री वेदपुरुषार्पणमस्तु ।। शुभं भवतु ॥ श्रीराम ॥
हंसोपनिषद्
Hamsopanişad No. 1058
139 (1) (15)
1879-80 Size - 64 in. by 4} in. Extent -19b to 21a leaves%3 12 lines to a page; 24 letters.toalinc.. Description - See No. 139 (I) (1)/1879 : Mandakopanisad. Begins - fol. 19b
श्री गौतम उवाच ॥ ॐ भगवन् सर्वधर्मज्ञ सर्वशास्त्रविशारद ॥ ब्रह्माविद्यां प्रबोधो हि केनोपायेन जायते ॥etc.