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1035] Upanigads
233 सर्वोपनिषत्सार
Sarvopanisatsāra No. 1033
27(41)
1895-98 Size - 101 in. by 51 in. Extent — 736 to 75a leaves, 12 lines to a page; 35 letters to a line. Description - See No. 27 (1)/1895-98 : Mundakopanisad. Begins - fol. 730
___ कथं बंधः कथं मोक्षः का अविद्या का विधेति etc. Ends - fol. 75a
स्वयमधिकाद्विकारहेता निरूप्यमाणे असती अनिरूप्यमाणे सती लक्षणसती लक्षणशून्या सा मायेत्युच्यते
इत्यथर्ववेदे सर्वोपनिषत्सारं समाप्तमेकचत्वारिंशत् ।। ४१॥
सर्वोपनिषत्सार
Sarvopanişatsāra
134(41) No. 1034
1880-81 Size - 674 in. by 3 in. Extent - 2210 to 2250 leaves; 7 lines to a page; 20 letters to a line. Description -See No. 134 (1)/1880-81; Mundakopanisad. Begins - fol. 2210
श्रीवाय नमः।
कथं बंधः कथं मोक्षः का आत्मविद्या का विद्येति etc. Ends - fol. 2250
अनिरूप्यमाणे सती लक्षणसती लक्षणशून्या सा मायेत्युच्यते इत्यथर्ववेदे सर्वोपनिषत्सारं संपूर्ण ॥११॥
Sāmavedarahasyopanisad
सामवेदरहस्योपनिषद् No. 1035
24
1882-83
Size - 121 in. by 5t in.
30 [Upanisads]