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Upaminado शारीरकोपनिषद्
Śārirakopanişad
3(13) No. 993
1902-1907 Size - 12 in. by 51 in. Extent - 1a to 10 leaves; 13 lines to a page; 45 letters to a line. Description - See No. 3 (1) / 1902-1907: Annapüroopanisad (Vol. I,
___Pt. II, p. 38). Begins — fol. la
श्रीमहागणपतये नमः श्रीमद्विश्वाधिष्ठानपरमहंससद्गुरुरामचंद्राय नमः ।। मथ शारीरोकोपनिषत्प्रारंभः ॥ ओं सह नाववत्विति शांतिः॥
अथातः पृथिव्यादिमहाभूतानां समवायं शरीरं यत् कठिनं सा पृथिवी
यद्रवं तदापो यदुष्मं तत्तेजो यत् संचरति etc. Ends - fol. 10
प्रयोविंशतिरेतानि तत्वानि प्रकृतानि तु ॥ चतुर्विशतिरब्यक्तं प्रधानं पुरुषः पर इत्युपनिषत् ।। इति शारीरकोपनिषत्समाप्ता ।। ओं श्रीमद्विश्वाधिष्ठानपरमहंससद्गुलरामचंद्रार्पणमस्तु ॥ २९॥ छ ।
'शिक्षोपनिषद्
Siksopanişad
46 No.994
1895-98 Size — 63 in. by 4 in. Extent - 8 leaves; 10 lines to a page ; 15 letters to a line. Description - Country paper; Devanāgari characters; handwriting
clear, legible and uniform ; borders ruled in double black lines%3; folios numbered in right-hand margins; complete.
Same as Sikhopanisad. Age - Does not appear to be very old. Begins -fol. 1a
श्रीगणेशाय नमः श्रीरामकृष्णपरमात्मने नमः॥ ॐ शं नो मित्रः शं वरुणः शं नो भवत्वर्यमा ।
शं न इंद्रो बृहस्पतिः शं नो विष्णुरुरुक्रमः । etc. 27 [Upanisads]