________________
8421
tipanipado
109
36. Kathavalli Uttarava
llyupanişad II 536 37. Kenopanisad 55a 38. Nārāyaṇopanişad 566 39. Bțhannārāyaṇo
panişad 1 40. Do Do II 616 41. Sarvopadişad 42. Hamsopanişad 43. Paramahamsopadişad
57a
660 682
69a
16. Nilarudropanişad 276 17. Nādabindūpanisad 18. Brahmabindūpanişad 29a 19. Amfta bindūpapisad 30a 20. Dhyānabindūpanişad 316 21. Tejobindūpanişad 32a 22. Yogaśikhopanisad 320 23. Yogattatvopanişad 33a 24. Saminyāsopanisad 336 25. Āruņiyopanişad 340 26. Kathaśrutyupanişad 350 27. Pindopanişad 28. Atmopanişad 370 29. Npsim hapūrvatāpa
niyopanisad 1 376 30. Do Do II 396
Do Do III 416 32. Do Do IV 42a 33. Do Do
V 436 34. Nșsimihottaratāpaplyopanisad
45a 35. Kațbavallī-Pürva
vallyupanişad I 506
37a
44. Anandavallyupanişad
700 45. Bhrguvallyupanisad 746 46. Gārudopadisad 760 47. Kālāgnirudropanişad 776 48. Rāmapürvatāpaniyo. panisad
782 49. Rāmottaratāpapīyopadişad
820 50. Kaivalyopanişad 866 51. Jābālopanişad 52. Aśramopanisad 90a
886
Begins - fol. 10
ॐ नमो भगवते वासुदेवाय श्रीगणेशाय नमः। अथाथर्वणीये उपनिषदस्तथा शाखांतरीयाश्च लिख्यते भारभ्यते।
garat A: aqa etc.
Ends - fol. 40
तदेतत्सत्यमृषिरंगिराः पुरोवाच नैतदगीर्णव्रतोधीते नमः परमर्षिभ्यो नमः परमर्षिभ्यः इति-षष्टं मुंडकम् इति श्रीअथर्ववेदे मुंडकोपनिषत्समाप्ता प्रथमो. पनिषत् ? छ